भारतीय क्रिकेट के लिए मिला-जुला रहा 2024
भारतीय क्रिकेट के लिए मिला-जुला रहा 2024
मुम्बई । साल 2024 भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मिला-जुला रहा जहां उसे एक दशक से अधिक समय बाद आईसीसी खिताब मिला। वहीं उसे टेस्टमें अपनी घरेलू धरत पर क्लीन स्वीप का भी सामना करना पड़ा। टीम इस साल एक भी वनडे मैच नहीं जीत पायी। हालांकि उसने काफी कम मैच खेले थे। टी20 प्रारुप में उसे अधिकतर मैचों में जीत मिली।
भारतीय क्रिकेट टीम को रोहित शर्मा की कप्तानी में अमेरिका और वेस्टइंडीज की संयुक्त मेजबानी में हुए टी20 विश्वकप में जीत मिली। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने सभी मैच जीते। भारत ने चार स्पिनरों को टीम में रखा था जिनमें से रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को ही खेलने का मौका मिला। जडेजा को बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपना जलवा दिखाने का खास मौका नहीं मिला लेकिन कुलदीप और अक्षर भारत के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए। जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने भी क्रमशः 15 और 17 विकेट लेकर अपनी भूमिका बखूबी निभाई।
बल्लेबाजी में रोहित ने अहम भूमिका निभाई । उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से विरोधी टीमों के आक्रमण को ध्वस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके सलामी जोड़ीदार कोहली शुरुआती मैचों में खास योगदान नहीं दे पाए लेकिन फाइनल में उन्होंने तब 76 रन की शानदार पारी खेली जबकि टीम खराब शुरुआत के कारण संकट में दिख रही थी। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, के अलावा सूर्यकुमार यादव और कार दुर्घटना के बाद वापसी करने वाले ऋषभ पंत ने भी भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
रोहित, कोहली और जडेजा ने भारतीय टीम के चैंपियन बनने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। यह मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए भी शानदार विदाई थी जिनका कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद समाप्त हो गया था। रोहित के संन्यास लेने के बाद पूरी उम्मीद थी की हार्दिक इस छोटे प्रारूप में कप्तानी का दायित्व संभालेंगे पर नये कोच बने गौतम गंभीर ने सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनवाया।
उभरते हुए खिलाड़ियों तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने भी अच्छी बल्लेबाजी की जबकि वरुण चक्रवर्ती ने गेंदबाजी में अपना कमाल दिखाया। भारत को हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच के घरेलू श्रृंखला में 0–3 से अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले भारतीय टीम ने अपने आक्रामक तेवर दिखाकर बांग्लादेश को दोनों टेस्ट मैच में पराजित किया था।
अगर भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन की बात करें तो वह टी20 विश्व कप में शुरुआत में ही बाहर हो गई थी लेकिन उसने हाल में वेस्टइंडीज को घरेलू टी20 श्रृंखला में हराकर इसकी कुछ भरपाई की। यह पिछले पांच वर्षों में पहला अवसर है जब भारतीय टीम ने घरेलू श्रृंखला जीती।