मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ओंकारेश्वर में एकात्म धाम का विशेष दौरा किया पद्म पुरस्कार विजेता श्रद्धेय दाजी ने
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ओंकारेश्वर में एकात्म धाम का विशेष दौरा किया पद्म पुरस्कार विजेता श्रद्धेय दाजी ने
ओम्कारेश्वर : हार्टफुलनेस के आध्यात्मिक मार्गदर्शक, श्री रामचंद्र मिशन के अध्यक्ष और पद्म भूषण से सम्मानित श्रद्धेय दाजी ने अन्य श्रद्धेय आध्यात्मिक गुरुओं के साथ ओंकारेश्वर में एकात्म धाम की स्थापना में अपना महत्वपूर्ण मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करने के लिए ओंकारेश्वर का दौरा किया। इस परियोजना की अध्यक्षता मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने की, जिन्होंने 2017 में परियोजना की घोषणा की थी। इस अवसर पर श्रीमती आनंदमूर्ति गुरुमा, स्वामी चिदानंद सरस्वती और डॉ चिन्मय पण्ड्या भी उपस्थित थे। स्थल के दौरे के बाद एकात्म धाम की निर्माण एजेंसी द्वारा एक प्रस्तुति दी गई और आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों की माननीय मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई।
एकात्म धाम का उद्देश्य आचार्य शंकर की विरासत और ज्ञान को सम्मानित करना और जीवित रखना है जो उपनिषद के ऋषियों के बीच चमकते सितारों में से एक थे। वे अद्वैत वेदांत के प्रचारक, भारत का सांस्कृतिक एकीकरण करने वाले और सनातन धर्म के संरक्षक थे। एकात्म धाम का उद्देश्य एकता के उनके संदेश का प्रचार करना है जो बिना किसी मतभेद यानी भौगोलिक सीमाओं, धर्म, राष्ट्रीयता, जाति, पंथ और रंग के परे, पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर सकेगा। ओंकारेश्वर को एकात्म धाम की स्थापना के लिए चुना गया था क्योंकि यह आचार्य शंकर के ज्ञान की जन्मभूमि है।
मध्यप्रदेश सरकार ने एक पंजीकृत ट्रस्ट आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास की स्थापना की थी, जो अद्वैत वेदांत के प्रचार के माध्यम से भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सार को पुनर्जीवित और पोषित करने के लिए समर्पित है। मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, जो इसके पीठासीन अध्यक्ष हैं, एवं 14 अन्य न्यासियों के मार्गदर्शन में यह न्यास आचार्य शंकर की विरासत का सम्मान करने और शिक्षाओं का प्रसार करने के लिए आचार्य शंकर के ज्ञान की जन्मभूमि ओंकारेश्वर में विभिन्न गतिविधियों और परियोजनाओं का आयोजन करता है। न्यास यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करता है कि आचार्य शंकर का ज्ञान भविष्य की पीढ़ियों को समृद्ध और प्रेरित करता रहे।
मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने कहा, “हम सौभाग्यशाली हैं कि ऐसी उच्च स्थिति के स्वामी एकात्म-धाम पर अपनी विशेषज्ञता की पेशकश करने के लिए पहुँचे हैं। असामान्य परिस्थितियों में हमें अपने भीतर उपस्थित दिव्य शक्ति को पहचानकर केंद्रित और एकजुट होने की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है कि एकात्म-धाम आचार्य शंकर की शिक्षाओं को जीवित रखेगा और यह सबसे सम्मानित आध्यात्मिक स्थलों में से एक बन जाएगा।“
श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष, हार्टफुलनेस के आध्यात्मिक मार्गदर्शक श्रद्धेय दाजी ने कहा, “आचार्य शंकर की महानता मानवता को एक साथ लाने में है। माननीय मुख्यमंत्री ने एकात्म धाम के निर्माण के लिए न्यास की स्थापना की परियोजना को बहुत रुचि के साथ हाथ में लिया है। मैं इस परियोजना का हिस्सा बनकर आनंदित हूँ और इस जगह को एक ऐसा केंद्र बनाने के लिए अपने विचारों को साझा करने में खुशी हो रही है जो केवल दिव्य ऊर्जा को आश्रय देने वाला और मानव चेतना का उत्थान करने वाला है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना में ‘आचार्य शंकर की 108 फीट की प्रतिमा’, एक भव्य संग्रहालय ‘अद्वैत लोक’ और ‘आचार्य शंकर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अद्वैत वेदांत’ शामिल हैं। आध्यात्मिक गुरुओं की इस स्थान पर यात्रा यहाँ हो रहे काम के प्रति मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए है। मध्यप्रदेश पर्यटन वह कार्यपालक एजेंसी है जिसने विशेषज्ञों की सलाह से डीपीआर और डिजाइन बनाए। अगस्त 2023 में निर्माण पूरा होने एवं प्रतिमा के अनावरण की संभावना है।
हार्टफुलनेस के बारे में: हार्टफुलनेस, ध्यान के अभ्यासों और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है। इसकी उत्पत्ति बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हुई और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन की स्थापना के साथ इसे औपचारिक रूप दिया गया, जिसका उद्देश्य था एक एक करके हर हृदय में शांति, ख़ुशी और बुद्धिमत्ता लाना। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप हैं जिनकी रचना एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में पहले कदम के रूप में आंतरिक शांति और स्थिरता, संतोष, करुणा, साहस और विचारों में स्पष्टता लाने के लिए की गई है। वे सरल और आसानी से अपनाए जाने योग्य हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के उन सभी लोगों के लिए उपयुक्त है जिनकी उम्र पंद्रह वर्ष से अधिक है। हार्टफुलनेस अभ्यास का प्रशिक्षण हजारों स्कूलों और कॉलेजों में चल रहा है| दुनिया भर में 100,000 से अधिक प्रोफेशनल्स, कॉर्पोरेट निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों के अधिकारी/कर्मचारी यह ध्यान कर रहे हैं। 160 देशों में हजारों प्रमाणित स्वयंसेवी प्रशिक्षकों और लाखों अभ्यास करने वालों द्वारा 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का संचालन किया जाता है।