Clashes on the first day of free traffic movement in Manipur

मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट के पहले दिन कुकी समुदाय की सुरक्षाबलों से झड़प

मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट के पहले दिन कुकी समुदाय की सुरक्षाबलों से झड़प

सुरक्षाबलों ने आंसू गैस छोड़ी, हिंसा में 1 की मौत, 27 घायल

मणिपुर । मणिपुर में कुकी और मैतेई बहुल इलाकों में करीब 2 साल बाद फ्री ट्रैफिक मूवमेंट शुरू होते ही हिंसा भडक़ उठी। इंफाल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, विष्णुपुर और सेनापति को जोडऩे वाली सडक़ों पर शनिवार को जैसे ही बसें चलनी शुरू हुईं, कुकी समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में एक पुरुष प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, जबकि 27 अन्य घायल हैं। मृतक की पहचान लालगौथांग सिंगसिट (30 साल) के रूप में हुई है। लालगौथांग झड़प के दौरान गोली लगने से घायल हुआ था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
कुकी समुदाय के लोग फ्री मूवमेंट का विरोध कर रहे थे और सडक़ को ब्लॉक कर दिया, जिसे सुरक्षाबलों ने खुलवाने की कोशिश की तो उन्होंने हिंसा शुरू कर दी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई और पत्थरबाजी में सुरक्षाबलों के 27 जवान घायल हो गए। सूत्रों ने बताया कि कांगपोकपी में, विशेषकर राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से लगे क्षेत्रों में तनाव बढऩे के कारण स्थानीय अधिकारियों ने कफ्र्यू लगा दिया। मणिपुर में गत दो वर्ष से जारी जातीय हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गत 1 मार्च को राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया था। इस बैठक में उन्होंने मणिपुर के सभी प्रमुख मार्गों पर 8 मार्च से बिना रोकटेक के आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश केंद्रीय बलों को दिया था। साथ ही व्यवधान पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया था।
सुरक्षाबलों ने किया पैलेट गन इस्तेमाल
प्रदर्शनकारियों ने आवाजाही रोकने के लिए सडक़ों पर पत्थर बिछा दिए। सडक़ों पर पेड़ काटकर गिरा दिए। कई जगह गाडिय़ां खड़ी कर सडक़ें रोक दीं। बसों, कारों में आग लगा दी। हिंसा कर रहे लोगों को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की। सुरक्षाबलों की ओर से पैलेट गन का इस्तेमाल होने की भी खबर है। कुछ तस्वीरों-वीडियोज में घायलों के शरीर पर पैलेट गन के छर्रों के निशान दिख रहे हैं। इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इंफाल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, विष्णुपुर और सेनापति इलाकों में जा रही सरकारी बसों को सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा में चलाया गया। इसके अलावा रेड जोन वाले इलाकों में जगह-जगह सुरक्षाबलों की तैनाती की गई।
अमित शाह ने फ्री मूवमेंट का ऐलान किया था
गृह मंत्री अमित शाह ने 1 मार्च को मणिपुर के हालात पर गृह मंत्रालय में समीक्षा बैठक की थी। गृह मंत्री ने 8 मार्च से मणिपुर में सभी सडक़ों पर बेरोकटोक आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा था। साथ ही सडक़ें ब्लॉक करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मणिपुर के मुख्य सचिव पीके सिंह ने कहा कि राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं। राजधानी इंफाल से चुराचांदपुर के बीच हेलिकॉप्टर सेवाएं 12 मार्च से शुरू होंगी। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक आवागमन में बाधा डालने के किसी भी प्रयास पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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