वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का मुनाफा (PAT) 22.4% बढ़ा
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का मुनाफा (PAT) 22.4% बढ़ा
· वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में जीडीपीआई में 16.5 फीसदी की ग्रोथ देखी गई, जबकि इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट 14 फीसदी रही
Mumbai: आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम इनकम (सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय- GDPI) वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में सालाना आधार पर 16.5 फीसदी बढ़कर 187.03 बिलियन रुपये (18703 करोड़) रही, जबकि वित्त वर्ष 2023 के 9 महीनों में यह 160.48 बिलियन रुपये (16048 करोड़) थी। यह ग्रोथ इंडस्ट्री की ग्रोथ 14.0 फीसदी से अधिक है। फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर, कंपनी की जीडीपीआई ग्रोथ 15.6 फीसदी थी, जो वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में इंडस्ट्री की ग्रोथ 15.2 फीसदी से अधिक थी।
o वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (दिसंबर तिमाही) में कंपनी की जीडीपीआई 62.30 बिलियन रुपये (6230 करोड़ रुपये) रही, जबकि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में यह 54.93 बिलियन रुपये (5493 करोड़ रुपये) रही थी। यानी इस दौरान जीडीपीआई में सालाना आधार पर 13.4 फीसदी बढ़ोतरी रही, जो इंडस्ट्री की ग्रोथ 12.3 फीसदी के मुकाबले ज्यादा है। फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर, कंपनी की जीडीपीआई ग्रोथ 12 फीसदी रही, जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में इंडस्ट्री की ग्रोथ 11.3 फीसदी से अधिक है।
· कंबाइंड रेश्यो (संयुक्त अनुपात) वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों के लिए 103.7 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 के 9 महीनों के लिए यह 104.6 फीसदी था। 1.37 बिलियन रुपये (137 करोड़ रुपये) के कैट घाटे के प्रभाव को छोड़कर, वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में कंबाइंड रेश्यो 102.6 फीसदी था।
o वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंबाइंड रेश्यो 103.6 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में यह 104.4 फीसदी था। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में CAT घाटे के 0.54 बिलियन रुपये (54 करोड़ रुपये) के प्रभाव को छोड़कर, कंबाइंड रेश्यो 102.3 फीसदी था।
· वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में कर पूर्व लाभ (PBT) 20.6 फीसदी बढ़कर 18.57 बिलियन रुपये (1857 करोड़ रुपये) हो गया। जबकि वित्त वर्ष 2023 के 9 महीनों में यह 15.40 बिलियन रुपये (1540 करोड़ रुपये) था।
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में दिसंबर PBT 23.3 फीसदी बढ़कर 5.74 बिलियन रुपये (574 करोड़ रुपये) हो गया जो वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 4.65 बिलियन रुपये (465 करोड़ रुपये) था।
· परिणामस्वरूप, कर पश्चात लाभ (PAT) सालाना आधार पर 8.3% बढ़कर वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में 13.99 बिलियन रुपये (1399 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 के 9 महीनों में यह 12.92 बिलियन रुपये (1292 करोड़ रुपये) था। वित्त वर्ष 2023 के Q2 में टैक्स प्रोविजन (कर प्रावधान) के उलट होने के एक बार के प्रभाव को छोड़कर, वित्त वर्ष 2024 के 9 महीनों में PAT 20.2 फीसदी बढ़ गया।
o वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में PAT सालाना आधार पर 22.4 फीसदी बढ़कर 4.31 बिलियन रुपये (431 करोड़ रुपये) रहा जो वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 3.53 बिलियन रुपये (353 करोड़ रुपये) था।
· औसत इक्विटी पर रिटर्न (आरओएई) वित्त वर्ष 2024 के 9 महीने में 17.1 फीसदी था, जबकि वित्त वर्ष 2023 के 9 महीने में यह 18.1 फीसदी था। वहीं वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 14.3 फीसदी की तुलना में वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में आरओएई 15.3 फीसदी था।
· सॉल्वेंसी रेश्यो 31 दिसंबर, 2023 को 2.57x था, जबकि 30 सितंबर, 2023 को यह 2.59x था और 1.50x की न्यूनतम रेगुलेटरी यानी नियामक जरूरतों से अधिक था। 31 मार्च, 2023 को सॉल्वेंसी रेश्यो 2.51x था।