भारत की ‘कट्टर दुश्मन’ खालिदा जिया जेल से रिहा, बोलीं- “देश के बहादुर लोगों ने असंभव को संभव किया”
नई दिल्ली : बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया और अब वह भारत की शरण में हैं। इसके साथ ही भारत की ‘कट्टर दुश्मन’ मानी जाने वाली विपक्षी दल की प्रमुख नेता खालिदा जिया जेल से रिहा हो गई हैं। जेल से बाहर आते ही उन्होंने शेख हसीना शासन के खिलाफ जहर उगला और बोलीं कि देश के बहादुर लोगों ने असंभव को संभव कर दिखाया है। गत दिवस हसीना के देश छोड़ने के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जिया की रिहाई का आदेश दिए थे। वह कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद नजरबंद थी। जेल से रिहा जिया को नवीनीकृत पासपोर्ट मिल गया है। जिया (79) को तत्कालीन प्रधानमंत्री हसीना के कार्यकाल में 2018 में भ्रष्टाचार के लिए 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। माना जा रहा है कि एक बार फिर उनकी पार्टी सत्ता में आ सकती है और वह देश की नई प्रधानमंत्री बन सकती हैं। शहाबुद्दीन ने संसद को भंग करने के बाद एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया। हसीना की कट्टर प्रतिद्वंद्वी जिया को भ्रष्टाचार के एक मामले में 17 साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद 2018 में जेल में डाल दिया गया था। माना जा रहा है कि नई सरकार में खालिदा जिया फिर प्रधानमंत्री बनेंगी।