Indore Anant Chaturdashi : इंदौर में अनंत चतुर्दशी का उत्सवः झिलमिलाती झांकियों का कारवां
Indore Anant Chaturdashi : इंदौर में अनंत चतुर्दशी का उत्सवः झिलमिलाती झांकियों का कारवां
Indore: इंदौर में अनंत चतुर्दशी पर सदी पुरानी परम्परा फिर निभाई जाएगी और शाम ढलते ही शुरू हो जाएगा झिलमिलाती झांकियों का कारवां… अगर इन झांकियों के इतिहास पर नजर डालें तो वह इंदौर का सबसे स्वर्णिम युग रहा जब ये निकलना शुरू हुईं… इतिहास खंगालने पर पता चलता है कि इंदौर में सबसे पहले अफीम का कारोबार होता था और इसी अफीम के कारोबार से लोगों के घरों का चूल्हा भी जलता रहा… बाद में यह कारोबार बंद हो गया तो शहर पर आर्थिक संकट भी मंडराने लगा… वैसे तो शहर में रोजगार लगाने के लिए सूती कपड़ा उद्योग की पहली ‘स्टेट मिल’ 1864 में शुरू हुई, लेकिन इंदौर की मालवा मिल पहली ऐसी कपड़ा मिल रही जो निजी थी, जिसकी शुरुआत वर्ष 1909 में शुरू हुई… इसके बाद हुकुमचंद मिल, दी राजकुमार मिल, नंदलाल भंडारी मिल, राय बहादुर कन्हैया लाल भंडारी मिल, स्वदेशी कॉटन एंड फ्लोर मिल भी आईं…

