नैंसी पेलोसी पहुंचीं ताइवान, शी जिनपिंग ने दी थी बाइडन को परिणाम भुगतने की धमकी
नई दिल्ली। हो सकता है कि आज बेशुमार खबरों के बीच आप कई खबरों से बेखबर रह गए हों, लेकिन हमें पूरा यकीन है कि खबरों के इन शोर के बीच आप नैंसी पेलोसी की खबर से जरूर वाकिफ होंगे। जी बिल्कुल…हम उसी नैंसी पेलोसी की बात कर रहे हैं, जिन्होंने ताइवान जाने का ऐलान किया, तो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस कदर खफा हो गए कि उन्होंने बाकायदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को फोन कर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। हालांकि, इन धमकियों के बावजूद भी अमेरिका ने दो टूक कह दिया था कि नैंसी पेलोसी जरूर ताइवान जाएंगी। उन्हें कोई रोक नहीं सकता है। बहरहाल, अब वो लम्हा आ ही चुका है, जिसका हम सभी इंतजार है। जी हां…आपको बता दें कि अमेरिकी सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच ताइवान की धरा पर दस्तक दे चुकी हैं। उन्होंने एक तरह से चीन द्वारा दी गई धमकियों की बैंड बजाते हुए ताइवान की धरा पर दस्तक देकर चीन सहित पूरी दुनिया को यह पैगाम दे दिया है कि अमेरिकी किसी की धमकियों के आगे नतमस्तक होने वाला नहीं है। उधर, अमेरिका ने चीन को धमकियों के बीच अपने वायुसेना को हमले के निर्देश दे दिए हैं। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि अगर नैंसी पेलोसी के दौरे के दौरान किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप चीन की तरफ से अगर किया जाता है, तो अमेरिकी वायुसेना को हमला करने से गुरेज नहीं करना चाहिए। उधर, चीन ने भी बड़ा कदम उठाते हुए ताइवान के ऊपर वाले हवाई क्षेत्रों से आम नागरिकों के लिए विमानों की आवाजाही पर रोक लगाने का निर्देश दे दिया है। वहीं, ताइवान में जहां कुछ लोग नैंसी पेलोसी की यात्रा का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं। दरअसल, कुछ लोगों का मानना है कि इससे पहले देश को खतरा हो सकता है।