देश में बढ़ रही महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की संख्या
नई दिल्ली । देश में महिला फुटबॉल की लोक्रपियता बढ़ने के साथ ही इसमें आने वाली प्रतिभाओं की तादाद भी बढ़ी है। महिला फुटबॉल लीग के शुरु होने से भी इस खेल के प्रति आकर्षण बढ़ा है। देश की कुछ खिलाड़ी अब विदेशी लीग में भी खेल रही हैं। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अनुसार पिछले दो साल में महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की संख्या में 138 फीसदी की बढ़त आई है। अभी भारतीय महिला टीम फीफा रैंकिंग में 66वें नंबर पर है। टीम की पांच खिलाड़ी मानुषा कल्याण, ज्योति चौहान, एमके कश्मीना, किरण पिस्दा और ई पान्थोई विदेश की बड़ी लीग में खेलती हैं। वहीं जानकारों के अनुसार महिला टीम के अब विश्व कप में क्वालीफाई करने की संभावना भी बढ़ती जा रही हैं। इसलिए फुटबॉल संघ को उनकी और अधिक सहायता करनी चाहिए। महिला फुटबॉल लीग में अब अब होम और अवे मैच (घरेलू और बाहर के मैदान) का प्रारुप भी शुरू कर दिया है। इसके साथ ही इस सत्र में दूसरी श्रेणी की लीग आईडब्ल्यूएल 2 भी शुरू हुई है, जिसमें से 15 टीमों में से 2 टीमों को प्रमोशन मिलेगा। वहीं जितनी ज्यादा टीमें होंगी। उतने ही खिलाड़ियों को खेलने के अधिक अवसर मिलेंगे। अभी दो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की महिला टीमें भी हैं। साथ ही तीन बार की चैंपियन गोकुलम केरला भी है, जो विदेशों में प्रतियोगिता खेलने वाली भारत की पहली महिला टीम थी। अब यह भी बदलाव हुआ है कि महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को क्लब पेशेवर अनुबंध भी देने लगे हैं। इससे खिलाड़ियों को अच्छी रकम भी मिल रही हैं।