मध्य प्रदेश – किसानों को सौगात 32 सौ किमी लंबी नहरों में जल प्रवाह शुरू किया
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने विभाग समीक्षा बैठक
भोपाल – जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया की मध्य प्रदेश सरकार ने किसानो के लिए चंबल की नहरों को फिर से जल प्रवाह के लिए तैयार कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश अनुसार आज चंबल की लगभग 3200 किमी लंबी क्षेत्र में फैली नहर को रवि की फसल के सिंचाई लिए पुनः तैयार कर लिया है। जल संसाधन विभाग ने लगातार काम करते हुए 2 माह से भी कम समय में अति वर्षा और ज्यादा पानी के कारण क्षति ग्रस्त और कई जगह टूट फूट गई नहरों को आज चालू कर दिया गया है। विभाग ने इस काम के लिए तुरंत कार्रवाई करते हुए टेंडर जारी कर काम शुरू कर दिया था।
इसके साथ ही विभाग किसानों को पानी सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम करे और आदिवासी क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ काम शुरू किए जाए। लम्बित परियोजना को पूर्ण करने के लिए सभी वरिष्ठ अधिकारी माह में दो बार अवश्य निरीक्षण करने जाए। आज भोपाल में विभाग की समीक्षा बैठक में बताया गया कि चंबल लहरों को आज पूरी तरह दुरुस्त कर पानी की सप्लाई चालू कर दी गई है इससे किसानों को वर्षा के बाद रवि सीजन में पर्याप्त र पानी उपलब्ध हो जाएगा। मंत्री श्री सिलावट ने कहा की विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने लगातार काम की गति को बनाए रखा और समय पर नहरों को पानी के बहाव के लिए तैयार किया इसके लिए विभाग के सभी अधिकारियो और कर्मचारियों को साधुवाद दिया और निर्देश दिए की नगरी के दुरस्तीकरण के स्थाई कामों को रवि सीजन की सिचाइं के बाद पूर्ण किया जाय।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा की इस प्रकार के कामों से देश में प्रदेश की छवि बेहतर होती है किसानों में इसका सकारात्मक प्रभाव जाता है। प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए असंभव काम को भी संभव कर रही है। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री एस एन मिश्रा ने कहा की अतिवृष्टि के कारण चंबल क्षेत्र मैं 3200 किलोमीटर लंबी नहरों में नुकसान पहुंचा था जिसके लिए विभाग ने 185 करोड के टेंडर कर का निर्माण कार्य प्रारंभिक स्तर पर काम पूर्ण कर पानी सप्लाई शुरू कर दिया गया है। मिश्रा ने बताया कि मंत्रीजी के बेहतर नेतृत्व से विभाग के द्वारा इस वर्ष 21 – 22 में कोरोना की विभीषिका के बाद भी 1 लाख 72 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त क्षमता को बढ़ाया है। सागर इंदौरऔर जबलपुर संभाग में कम वर्षा के बाद भी बेहतर प्रबंधन के द्वारा एक लाख हैक्टेयर में अतिरिक क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करा दिया जायेगा। जल संसाधन विभाग 2023 तक 41 लाख हेक्टर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित कर लेगा। अभी आने वाले तीन वर्षों में 6000 करोड़ की राशि के काम शुरू कर पूरे किए जाएंगे। बैठक में इएनसी श्री डावर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियो ने भी विभाग की अन्य गतिविधियों से अवगत कराया।