MP: दुनिया में हम सभी एक अदृश्य मुसाफिर…
दुनिया में हम सभी एक अदृश्य मुसाफिर
आईआईडीएस में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के डॉ. डॉ. प्रशांत काकोड़े ने छात्रों को बताया मानसिक शांति का महत्व
इंदौर। इंडेक्स इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइंसेस,मालवांचल यूनिवर्सिटी में ब्रह्मकुमारी संस्थान के सहयोग से सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें डॉ. प्रशांत काकोड़े पिछले 34 वर्षों से राज योग ध्यान के छात्र रहे हैं और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में ब्रह्मकुमारी गतिविधियों का समन्वय करते हैं। उन्होंने छात्र और शिक्षकों को विज्ञान और चेतना से लेकर जीवन और स्वास्थ्य के समग्र सिद्धांतों तक कई विषयों पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया में हम सभी एक अदृश्य मुसाफिर की तरह सफर कर रही है। प्रतियोगिता के इस युग में हर कोई एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लगा हुआ है। एक वक्त ऐसा आता है जब हमारे जीवन में मानसिक शांति ही हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता बन जाती है। उन्होंने कहा कि एक छोटे बच्चे को देखकर हमें शांति की अनुभूति क्यों होती है। इस बच्चे से हमारा कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होती है। इसलिए हम उसके पास सुरक्षित और खुद को संतुष्ट पाते है जिससे हमें मानसिक शांति मिलती है।
शांति केवल बाहर ही नहीं,मन की गहराई में स्थित होती
ब्रह्मकुमारी संस्थान से सारा ने कहा कि आज के समय में मानवीय मूल्यों का ह्रास हो रहा है। ऐसे समय में शांति और एकता की महत्ता और अधिक बढ़ रही है। शांति केवल बाहर ही नहीं, बल्कि हमारे मन की गहराई में स्थित होती है। ब्रह्मकुमारी वीका दीदी जब हम शांत होते हैं, तभी हम दूसरों के प्रति सहानुभूति और प्रेम का भाव रख सकते हैं। इसलिए मन, वचन और कर्म सबको स्वच्छ रखना होगा। आध्यात्मिक मूल्यों का तिरस्कार करके केवल भौतिक प्रवृत्ति का मार्ग अपनाना अंतत: विनाशकारी सिद्ध होता है। इस अवसर पर मालवांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ.संजीव नारंग,रजिस्ट्रार डॉ.लोकेश्वर सिंह जोधाणा,डीन डॉ.सुपर्णा गांगुली,डॉ.रौली अग्रवाल,पैरामेडिकल प्राचार्या डॉ.रेशमा खुराना उपस्थित थे।