पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और साथी रेलकर्मियों को दी हार्दिक बधाई

 

पश्चिम रेलवे पर राष्ट्र का 75 वां स्वतंत्रता दिवस चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में समारोहपूर्वक मनाया गया

Mumbai : पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ पश्चिम रेलवे पर राष्ट्र का 75 वां स्वतंत्रता दिवस चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने आरपीएफ की सामारोहिक परेड का निरीक्षण किया और सभी रेलकर्मियों और उनके परिवारों को हार्दिक बधाई दी। इस अवसर पर पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल और उनकी कार्यकारी समिति की सदस्याओं के अलावा पश्चिम रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष, मुंबई सेंट्रल डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक और पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। प्रारंभ में पश्चिम रेलवे के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री पीसी सिन्हा ने महाप्रबंधक का उनके आगमन पर स्वागत किया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, श्री कंसल ने अपने स्वतंत्रता दिवस के सम्बोधन में पश्चिम रेलवे द्वारा हाल ही में हासिल की गई विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र किया। अपने सम्बोधन में, श्री कंसल ने कहा कि कोविड-19 महामारी की सबसे कठिन चुनौतियों के दौरान भी देश की सेवा सर्वप्रथम करने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि “राष्ट्र प्रथम, सर्वदा प्रथम” के अच्छे विचार का अनुपालन करके राष्ट्रीय हित हमेशा हमारी सबसे महत्वपूर्ण सोच में होना चाहिए और इस संबंध में, हमें हमेशा अपने व्यक्तिगत फायदों की उपेक्षा करनी चाहिए। श्री कंसल ने कहा कि वर्ष 2021 की शुरुआत प्रतिष्ठित डभोई- चांदोद- केवड़िया रेल लाइन परियोजना के उद्घाटन के साथ हुई। बाद में, पिछले महीने में, गौरवपूर्ण इतिहास फिर से रचा गया, जब माननीय प्रधान मंत्री ने राष्ट्र को कई प्रमुख परियोजनाएं समर्पित कीं, जिनमें पुनर्विकसित गांधीनगर राजधानी रेलवे स्टेशन, नव विद्युतीकृत सुरेंद्रनगर-पिपावाव खंड, महेसाणा- वरेठा गेज परिवर्तित सह विद्युतीकृत रेल लाइन और पुनर्विकसित वडनगर स्टेशन मुख्य रूप से शामिल हैं।
महाप्रबंधक श्री कंसल ने अपने भाषण में “अंत्योदय” की अवधारणा पर जोर दिया और कहा कि COVID-19 महामारी की सबसे कठिन चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने हमेशा समाज के अंतिम वर्ग के व्यक्ति की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि समाज के हाशिए पर पड़े ग्राहकों की सेवा के क्रम में पश्चिम रेलवे ने पिछले साल 18.50 लाख से अधिक मजदूरों को उनके गृहनगर तक पहुंचाने के लिए 1234 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें सफलतापूर्वक चलाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सामान्य कोचों में और छोटे स्टेशनों के शौचालय भी बड़े स्टेशनों की तरह ही अच्छे होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह वर्ष एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा है और पश्चिम रेलवे ने कई क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छुआ है। पश्चिम रेलवे का प्राथमिक उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है और इसे प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। मानसून के दौरान भारी वर्षा से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने और मुंबई उपनगरीय ट्रेनों के पहियों को बिना किसी रुकावट के चलाने के लिए, पश्चिम रेलवे ने मिशन मोड पर उपनगरीय खंड में मानसून से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों की सावधानीपूर्वक योजना बनाई और उन्हें निष्पादित किया। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए, पश्चिम रेलवे ने उपनगरीय ट्रेनों के लिए अत्याधुनिक मोबाइल ट्रेन रेडियो संचार प्रणाली शुरू की है, जो भारतीय रेल पर अपनी तरह की पहली प्रणाली है। उन्होंने कहा कि ये अभिनव उपाय पश्चिम रेलवे द्वारा बिना किसी रुकावट के ट्रेन सेवाएं चलाने की प्रतिबद्धता में अहम भूमिका निभाते हुए सुनिश्चित करते हैं कि यात्री सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुंचें। एक और यात्री हितैषी पहल में, पश्चिम रेलवे द्वारा प्रतिष्ठित मुंबई राजधानी एक्सप्रेस में तेजस प्रकार के स्मार्ट स्लीपर कोच रेक की शुरुआत के फलस्वरूप बेहतर आराम के साथ ट्रेन यात्रा के अनुभव के एक नए युग की शुरुआत की गई।
महाप्रबंधक श्री कंसल ने कहा कि पश्चिम रेलवे ने हमेशा सभी के बीच सामाजिक सद्भाव के महत्वपूर्ण पहलू का विशेष ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम रेलवे ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभाई है। इस संबंध में, महाप्रबंधक ने रेलवे सुरक्षा बल के मानवता केंद्रित कार्यों और पश्चिम रेलवे की चिकित्सा बिरादरी के कर्मवीरो की वास्तविक कोरोना योद्धाओं के रूप में काफी सराहना की। उन्होंने गर्व के साथ पश्चिम रेलवे के उन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का भी उल्लेख किया जिन्होंने न केवल भारत बल्कि भारतीय रेलवे का भी नाम रोशन किया है। 41 साल बाद टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम की कांस्य पदक जीत ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। पश्चिम रेलवे के खिलाड़ी, श्री अमित रोहिदास और श्री नीलकांत शर्मा इस विजयी टीम का हिस्सा थे। इसके अलावा, पश्चिम रेलवे की दो महिला हॉकी खिलाड़ी सुश्री दीप ग्रेस एक्का और सुश्री नवनीत कौर उस भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा रहीं, जो अपने शानदार प्रदर्शन के साथ सेमीफाइनल में पहुंची। हमारी एक अन्य खिलाड़ी, सुश्री श्रेया सक्सेना ने अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी के विश्व कप 2021 में रजत पदक जीता। श्री कंसल ने रेल कर्मचारियों और उनके परिवारों के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल और उनकी टीम का भी हार्दिक आभार व्यक्त किया। WRWWO ने अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से कर्मचारी कल्याण और समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री कंसल ने कहा कि कोविड-19 की सबसे कठिन स्थिति के दौरान देश की सेवा करने के लिए, पश्चिम रेलवे ने 9 राज्यों में लगभग 9200 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन करते हुए 100 से अधिक ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चलाईं। हाल ही में, वडोदरा और रतलाम में पीएसए आधारित ऑक्सीजन जनरेटर संयंत्रों को चालू किया गया है, जो मेडिकल ऑक्सीजन की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करेंगे। इनके अलावा, जल्द ही ऐसे 5 और संयंत्र चालू किए जाएंगे। पश्चिम रेलवे ने टीकाकरण अभियान को भी तेज़ कर दिया है, जिसमें 80% से अधिक कर्मचारियों को पहली खुराक का टीका लगाया गया है, जबकि लगभग 20,000 कर्मचारियों ने अपनी दूसरी खुराक भी ली है। पश्चिम रेलवे की चिकित्सा बिरादरी के नि:स्वार्थ और समर्पित कार्यों को मान्यता देते हुए, रेल मंत्रालय ने पश्चिम रेलवे को वर्ष 2020 के लिए प्रतिष्ठित व्यापक स्वास्थ्य देखभाल शील्ड प्रदान की। महाप्रबंधक ने कहा कि पश्चिम रेलवे भारतीय रेलवे को विश्व स्तरीय रेलवे में बदलने के लिए बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है और गति, संरक्षा और सेवा में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सभी सम्भव प्रयास कर रही है। पश्चिम रेलवे का एक अन्य प्रमुख उद्देश्य बुनियादी ढांचे के अतिरिक्त उन्नयन द्वारा लाइन क्षमता में वृद्धि करना है। चालू वर्ष के दौरान जनवरी, 2021 से 138 किलोमीटर नई लाइन, आमान परिवर्तन और दोहरीकरण का काम पूरा कर लिया गया है। ट्रेन की गतिशीलता से संबंधित कई अन्य ढांचागत सुधार कार्यों को भी युद्धस्तर पर पूरा किया गया है। विभिन्न विशेष संरक्षा अभियान नियमित रूप से चलाए गए और संरक्षा मानदंडों के अनुपालन के कारण, चालू वर्ष में परिणामी दुर्घटनाओं की कोई घटना नहीं हुई है। श्री कंसल ने उल्लेख किया कि हालांकि COVID-19 महामारी की स्थिति के कारण माल ढुलाई को मुश्किलों का सामना करना पड़ा, मगर पश्चिम रेलवे इस क्षेत्र में अपनी गति को बरकरार रखने में सक्षम रही है और हमने पिछले वर्ष की तुलना में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। निरंतर प्रयासों के कारण, चालू वित्तीय वर्ष में, पश्चिम रेलवे ने 30 मिलियन टन का माल लदान हासिल किया है और पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुए लदान को 26% से अधिक के उल्लेखनीय अंतर से पार कर लिया है। इसके अलावा, पश्चिम रेलवे पार्सल राजस्व और एनएफआर राजस्व के मामले में भारतीय रेलवे पर अव्वल है और एनएफआर के माध्यम से 23 करोड़ रुपये एवं पार्सल सेगमेंट में लगभग 200 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया गया है। उन्होंने हरित रेलवे और स्वच्छ रेलवे की दिशा में पश्चिम रेलवे द्वारा उठाए गए सराहनीय कदमों के बारे में भी बताया। इस दिशा में वर्ष 2020-21 के दौरान रिकॉर्ड 579 रूट कि.मी. का विद्युतीकरण किया गया है, जो भारतीय रेलवे में दूसरा सबसे अधिक है। विभिन्न हरित पहलों को लागू किया गया है और एक अन्य अनूठी पहल में, मुंबई सेंट्रल डिवीजन ने 17 स्थानों पर नई अभिनव गैर-किराया राजस्व विचार योजना के तहत सौर पैनलों की स्थापना शुरू की है। यह अनूठी अवधारणा न केवल 2.28 करोड़ रु. प्रति वर्ष के राजस्व को बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि हरित ऊर्जा को भी बढ़ावा देगी। श्री कंसल ने कहा कि पश्चिम रेलवे ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलों को अपनाने में हमेशा सबसे आगे रही है। इन पहलों को रेलवे के कामकाज के हर पहलू में लागू किया जा रहा है। पश्चिम रेलवे ने 15 स्टेशनों पर इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) स्थापित की है। नए जमाने का यह डिजिटल सर्विलांस नेटवर्क यात्रियों की सुरक्षा के लिए सतर्क नजर रखने में मदद करेगा। टिकट चेकिंग स्टाफ को डिजिटल भुगतान स्वीकार करने के लिए लगभग 1850 पीओएस और एचटीटी मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। महाप्रबंधक ने राष्ट्र और उसके लोगों की सेवा करने के लिए कर्तव्य की पुकार से परे जाने वाले प्रत्येक कर्मचारी की व्यापक सराहना के साथ अपने सम्बोधन का समापन किया। उन्होंने इस बात का समर्थन किया कि उपरोक्त सभी उपलब्धियां कर्मचारियों द्वारा कड़ी मेहनत और समर्पित कार्य के कारण संभव हुई हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम रेलवे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी और वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करेगी। अपने भाषण के अंत में महाप्रबंधक श्री कंसल ने रेलकर्मियों को उन सभी बुरे विचारों और सामाजिक बुराइयों से छुटकारा पाने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया, जो हमारे कर्तव्यों के निष्पादन में बाधा उत्पन्न करती हैं।

इस अवसर पर ट्रेसपासिंग से आजादी नामक एक लघु जागरूकता फिल्म प्रस्तुत की गई, जिसके माध्यम से श्री कंसल ने सभी यात्रियों को ट्रेसपासिंग की सामाजिक ‌बुराई से बचने की अपील की और कहा कि “आपका जीवन अनमोल है साथियों क्यों कि घर पर आपका कोई इंतजार कर रहा है।” लघु फिल्म के बारे में सीपीआरओ श्री सुमित ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे अपने “ज़ीरो ट्रेसपासिंग मिशन” के प्रति प्रतिबद्ध है और यह फिल्म लोगों को ट्रेसपासिंग की बुरी आदत से आज़ाद होने के लिए प्रोत्साहित करेगी। अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ इस स्वतंत्रता दिवस समारोह का समापन हुआ।

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