हाथरस हादसा : एक्शन में CM योगी, आयोजकों पर FIR दर्ज… भोले बाबा की तलाश में UP पुलिस…
हाथरस हादसा : एक्शन में CM योगी, आयोजकों पर FIR दर्ज… भोले बाबा की तलाश में UP पुलिस…
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले मे एक सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। यह सत्संग जिले के सिकंदराराऊ तहसील के फुलरई गांव में आयोजित किया गया था।
हाथरस । उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 116 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इस मामले में अब सीएम योगी एक्शन में आ गए हैं औप उन्होंने अधिकारियों से 24 घंटे के अंदर इस हादसे पर रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि बुधवार को सीएम योगी खुद भी हाथरस पहुंच जाएंगे। जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार आयोजकों पर FIR दर्ज हो चुकी है और सत्संग करने वाले भोले बाबा की खोज जारी है। खबरों की मानें तो पुलिस बाबा को गिरफ्तार कर सकती है।
सीएमओ डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने मौत के आंकड़ों की पुष्टि की है। सभी डेड बॉडी को एटा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि सत्संग में भीषण गर्मी की वजह से भक्तों की स्थिति खराब हो गई। सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे कई लोगों ने आपबीती सुनाई।
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री द्वारा हाथरस घटना स्थल पर पहुंचने और मामले को देखने और सरकार की ओर से आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए गए हैं। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस हादसे पर सीएम योगी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने जनपद हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचा कर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।
सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची एक महिला ने बताया कि हम कई लोगें के साथ एक गाड़ी में सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे। लेकिन अब हमें पता नहीं है कि कुल कितने थे, लेकिन मैं एक बात कह सकती हूं कि हमारे साथ कई लोग थे। सभी एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे। एक दूसरे को धक्का दे रहे थे, जिसमें कई लोग दब गए। सत्संग समाप्त होने के बाद जब हम जा रहे थे, तभी लोग एक दूसरे को धक्का देने लगे। एक-दूसरे को कुचलने लगे।
वहीं, सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहां बहुत सारे लोग थे। शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए। पता ही नहीं चला कि ये सब कैसे हो गया। हमें बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी। सत्संग में कई लोग शामिल थे, जिसमें कइयों की मौत हो चुकी है।
इसके अलावा, सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया है। लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है, लेकिन एक भी डॉक्टर किसी का भी उपचार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। अस्पताल में महज एक ही डॉक्टर है। लोगों ने अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह सब कुछ हआ। कल रात से ही रोड पर जाम लगा हुआ था। पुलिस ने वो जाम खुलवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। लोगों ने कहा कि अस्पताल में लाशों का ढेर लग चुका है, लेकिन अस्पताल में एक ही डॉक्टर है।