मणिपुर : तीन शव मिलने के बाद इंफाल घाटी में हिंसा, विधायकों-मंत्रियों के घरों पर हमले
मणिपुर : तीन शव मिलने के बाद इंफाल घाटी में हिंसा, विधायकों-मंत्रियों के घरों पर हमले
इम्फाल। मणिपुर के जिरी नदी से शुक्रवार को महिला और दो बच्चों के शव मिलने के बाद राज्य की इंफाल घाटी में हिंसा भड़क उठी। इस घटना ने स्थानीय जनता के गुस्से को इस हद तक भड़काया कि कई विधायक और मंत्रियों के घरों पर हमले किए गए और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। यह हिंसा उस समय उग्र हुई जब जिरीबाम ज़िले के जिरी नदी के पास से तीन शव बरामद हुए। यह आरोप लगाया गया कि शव उन छह लापता लोगों में से थे, जिनका 11 नवंबर को कथित रूप से अपहरण हुआ था। इनमें तीन महिलाएं, तीन बच्चे, और एक बुजुर्ग शामिल थे।
पुलिस ने शवों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि ये शव लापता लोगों के ही हैं।
इस घटना के बाद लोगों का आक्रोश विधायकों और मंत्रियों की ओर मुड़ गया।
– विधायक शेख नूरुल हसन ने बताया कि लगभग 100-150 लोगों की भीड़ उनके घर पर आई थी और इस्तीफे की मांग की। – निर्दलीय विधायक सपाम निशिकांत सिंह** के घर पर हमलावरों ने बंकर नष्ट कर दिए। – आरके इमो, सागोलबंद क्षेत्र से विधायक, के घर पर भी हमला हुआ और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।
मैतेई समुदाय का विरोध
मैतेई समुदाय के संगठन कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (COCOMI)** ने सरकार से कुकी चरमपंथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। संगठन ने रविवार से व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है।