श्रीलंका के राष्ट्रपति बोले- मुसीबत में भारत ने मदद की
श्रीलंका के राष्ट्रपति बोले- मुसीबत में भारत ने मदद की
अपनी जमीन का भारत के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने दूंगा, समर्थन करता रहूंगा
नई दिल्ली : श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके अपने पहले विदेश दौरे पर भारत आए हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। दिसानायके ने पीएम मोदी को यकीन दिलाया है कि वे अपने देश की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार भारत दौरे पर आए दिसानायके ने सोमवार को कहा कि श्रीलंका, भारत की मदद से आगे बढ़ेगा और पड़ोसी देश को वे अपना समर्थन देते रहेंगे। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए आपने भारत को चुना है। इस यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा का सृजन हो रहा है। हमने अपनी साझेदारी के लिए एक फ्यूचरिस्टिक विजन अपनाया है।
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बाद कहा कि भारत, श्रीलंका के यूनिक आइडेंटिफिकेशन प्रोजेक्ट का समर्थन करने के लिए राजी हुआ है। यह प्रोजेक्ट भारत के आधार कार्ड की तरह विकसित होगा। इसके अलावा भारत, उत्तरी श्रीलंका में एक एयरपोर्ट के विकास के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराएगा। भारत और श्रीलंका के बीच मछुआरों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई है। विदेश सचिव ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए हैं कि ऐसे मुद्दे को मानवीय तरीके से हैंडल किया जाए। इसके लिए बल का प्रयोग न हो। इससे पहले दिसानायके ने कहा था कि मछुआरों के मुद्दों का स्थायी हल ढूंढ़ने की जरूरत है। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के देशों में पर्यटन बढ़ाने के लिए रामायण सर्किट और बौद्ध सर्किट पर भी चर्चा की।