बीजेपी केंद्रीय समिति की बैठक में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ चुनाव पर हुआ विचार-विमर्श
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बुधवार को बैठक हुई जिसमें मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों और भावी रणनीति पर चर्चा की गई। सूत्रों ने कहा कि सीईसी सदस्यों ने चुनावी तैयारियों का जायजा लिया। इससे पहले, दोनों राज्यों के नेताओं की ओर से जमीनी रिपोर्ट साझा की गई।
बैठक में पीएम मोदी, नड्डा समेत सीईसी के अन्य सदस्य मौजूद
सूत्रों ने बताया कि पार्टी उन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां उसे एक मजबूत विपक्ष का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उसका मानना है कि वह मजबूत उम्मीदवारों के चयन सहित कुशल रणनीति के साथ बाजी अपने पक्ष में बदल सकती है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह तथा अमित शाह सहित सीईसी के अन्य सदस्य मौजूद थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावा दोनों राज्यों के संगठन से जुड़े कुछ प्रमुख नेता भी बैठक में शामिल हुए।
सीईसी बैठकें अन्य राज्यों के लिए भी की जा सकती हैं आयोजित
सूत्रों ने कहा कि इसी तरह की सीईसी बैठकें अन्य राज्यों के लिए भी आयोजित की जा सकती हैं। सीईसी की बैठक आयोजित करने का पार्टी का निर्णय आम तौर पर चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद ही होता है। अभी इस बैठक का आयोजन इस बात को रेखांकित करता है कि पांच राज्यों के चुनाव भाजपा के लिए कितना महत्व रखते हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राज्य विधानसभा चुनावों का यह अंतिम दौर होगा।
सूत्रों ने कहा कि यह बैठक बुलाया जाना इस बात का भी संकेत है कि राज्यों के चुनाव प्रचार अभियान में केंद्रीय नेतृत्व की अधिक भागीदारी हो सकती है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। भाजपा केवल मध्य प्रदेश में सत्ता में है और राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार है जबकि तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है।