पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल के चंडीसर-भीलडी खंड में नई ब्रॉड गेज डबल लाइन का सफल स्पीड ट्रायल
गति परीक्षण के दौरान, ओएमएस रीडिंग में जी़रो पीक के साथ 125 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति हासिल की गई
मुंबई : पश्चिम रेलवे गुजरात में रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास में अत्यधिक योगदान दे रहा है और पिछले कुछ वर्षों में यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ-साथ गेज परिवर्तन, विद्युतीकरण, दोहरीकरण और अन्य बुनियादी ढांचे के उन्नयन को जबरदस्त बढ़ावा दिया गया है। पश्चिम रेलवे ने एक बार फिर अहमदाबाद मंडल पर पालनपुर- सामाखियाली दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत चंडीसर-भीलडी खंड (32 किमी) नवनिर्मित ब्रॉड गेज दोहरीकरण कार्य को पूरा करने का महत्वपूर्ण कार्य पूरा किया है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त, वेस्टर्न सर्कल ने 27 और 28 सितम्बर, 2021 को पूरे खंड का निरीक्षण किया और इस दौरान खंड पर गति परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया गया। गति परीक्षण के दौरान, ओएमएस रीडिंग में जी़रो पीक के साथ 125 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति हासिल की गई। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, नवनिर्मित ब्रॉड गेज डबल लाइन वाले चंडीसर-भीलडी सेक्शन को यात्री और माल यातायात दोनों के लिए 95 किमी प्रति घंटे की प्रारंभिक अधिकतम अनुमेय सेक्शनल गति के साथ खोलने के लिए प्रारंभिक प्राधिकृति प्रदान की गई है। यह दोहरीकरण का कार्य रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) द्वारा किया गया है। इस खंड में कुल 37 छोटे पुल और बनास नदी पर एक महत्वपूर्ण बड़ा पुल है, जिसमें कम्पोजिट गर्डर का 15 x 24.4 मीटर का स्पान है।
ठाकुर ने बताया कि सम्पूर्ण पालनपुर-सामाखियाली दोहरीकरण परियोजना पूरी हो जाने के बाद मौजूदा ट्रेनों को समायोजित करने में मदद मिलने के साथ-साथ अतिरिक्त यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों की शुरुआत की जा सकेगी, जिससे भविष्य की आवश्यकताओं को भी पूरा किया जा सकेगा। इसके अलावा इससे ट्रेनों के परिचालन में सुगमता होगी, जिसके कारण ट्रेनों की समयपालनता में सुधार होगा। यह दोहरीकरण परियोजना कांडला और टूना बंदरगाहों से वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को देश के उत्तर और पूर्वी भागों की ओर पेट्रोलियम उत्पादों और अन्य सामानों के परिवहन के लिए फीडर मार्ग भी प्रदान करेगी।