सच्चा अघोरी शव को शिव तुल्य मानते हैं – MANASVI 7th October In cinema – Watch Trailer
अघोरियों की रहस्यमयी दुनिया के बारे में अपने तो कई किस्से और कहानियां सुने होंगे लेकिन फिल्म MANASVI की ये कहानी थोड़ा हटकर है क्योंकि जब ये अपने क्लाइमेक्स पर पहुंची तो सब कुछ हटकर है। यह फिल्म देखने के बाद ही आपको सब कुछ पता चलेगा।
मुंबई : महादेव शिव के 5 रूप माने जाते है जिनमें से एक है अघोर रूप इसलिए अघोरियों को शिवजी के जीवित रूप की दृष्टि से भी देखा जाता है । हर व्यक्ति को अघोरियों के जीवन और उनकी रुचियों के बारे में जानने की जिज्ञासा रहती है। लेकिन आपको बता दें कि इनका जीवन जितना रहस्यमयी है उतना ही अधिक कठिन भी है। अघोरी के नियमों का पूर्ण सत्यता से पालन करता है उन्हें अघोरी कहा जाता है।
धर्म ग्रंथ के अनुसार भगवान शिव की दो तरीकों से साधना की जाती है। एक भगवान शिव की सात्विक रुप से पूजा की जाती है और दूसरी तामसिक रुप से आराधना की जाती है। हालांकि शिव की दोनों ही साधना में उनको प्रसन्न किया जाता है, लेकिन पूजा व आराधना की विधि अलग-अलग होती है। सात्विक पूजा के अंतर्गत भगवान शिव की पूजा फल,फूल,जल आदि से की जाती है। वहीं तामसिक पूजा के अंतर्गत तंत्र-मंत्र आदि से शिव को प्रसन्न किया जाता है। भगवान शिव को तंत्र शास्त्र का देवता माना जाता है। वहीं शिव को अघोरपंथ के जन्मदाता कहा जाता है।