जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति को लेकर एक्शन में गृह मंत्री अमित शाह
नई दिल्ली। ना जाने वो दिन कब आएगा जब जम्मू-कश्मीर में पूर्णत: शांति स्थापित होगी। जब सभी आतंकवादी मिट्टी में मलिन हो चुके होंगे और घाटी का हर शख्स बेखौफ रह सकें। खैर, वो पल कब आएगा? इस पर तो फिलहाल कोई भी टिप्पणी कर पाना उचित नहीं है, लेकिन आपको बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार घाटी में आतंकवाद के समूल विनाश की दिशा में सक्रिय हो चुकी है। खुद गृह मंत्री अमित शाह अब तक राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त कई संगठनों को आतंकवादी घोषित कर चुके हैं। आगामी दिनों में केंद्र की ओर से कई आतंकवादी संगठनों के खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा। वहीं, इस बीच जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सुरक्षात्मक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्य़क्षता में नई दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, राष्ट्रीय जांच एजेंसी के डीजी दिनकर गुप्ता, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशकों सहित गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी शामिल हुए। आपको बता दें कि पिछले साल 13 जनवरी को भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षात्मक स्थिति पर बैठक हुई थी, जिसमें यह विचार-विमर्श किया गया था कि आखिर घाटी में आतंकवादियों का समूल विनाश करके कैसे शांति की स्थापना की जा सकें। सनद रहे कि बीते दिनों आतंकवादी गिरोह ने सेना की गाड़ी पर हमला किया था, जिसमें हमारे चार जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इसे लेकर एक दफा फिर से सियासी गलियारों में आतंकवाद को लेकर बहस छिड़ गई थी।