IPO बाजार : दिसंबर तक एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जुटा सकती हैं कंपनियां
IPO बाजार : दिसंबर तक एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जुटा सकती हैं कंपनियां
Mumbai: शेयर बाजार की रिकॉर्ड तेजी के बीच इस साल का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) बाजार भी गर्म बना रहेगा। अनुमान है कि कंपनियां दिसंबर तक एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जुटा सकती हैं। इससे पहले 2021 में 63 आईपीओ के जरिए 1.20 लाख करोड़ रुपए जुटाने का रिकॉर्ड बनाया था। इस साल के अंत तक कई बड़ी कंपनियां आईपीओ लेकर आ रही हैं।
अब तक 62 IPO से जुटाए गए 64,513 करोड़ रुपए
एक्सचेंजों के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक कुल 62 आईपीओ आए हैं, जिन्होंने 64,513 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसके मुकाबले 2023 में 57 कंपनियों ने 49,437 करोड़ और 2022 में 40 कंपनियों ने 59,939 करोड़ रुपए जुटाए थे। सितंबर में 10 आईपीओ के जरिये 11,826 करोड़ रुपए जुटाए गए हैं, और दो और कंपनियां 500 करोड़ रुपए जुटाने के लिए बाजार में उतरने वाली हैं।
नवंबर-दिसंबर में टूट सकता है रिकॉर्ड
इस साल के अंत तक कई बड़ी कंपनियां आईपीओ लेकर आ रही हैं, जिससे बाजार और गर्म हो सकता है। ह्यूंडई मोटर 25,000 करोड़ रुपए के सबसे बड़े इश्यू के साथ अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में आ सकती है। स्विगी 11,000 करोड़ रुपए के आईपीओ के साथ नवंबर में बाजार में उतरने की तैयारी में है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी 10,000 करोड़ रुपए और अफकॉन्स इन्फ्रा 8,400 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही हैं। ये चार कंपनियां मिलकर 54,000 करोड़ रुपए जुटा सकती हैं। इसके अलावा वॉरी एनर्जी 3,000 करोड़ और वन मोबिक्विक 700 करोड़ रुपए जुटाने के लिए अक्टूबर में बाजार में आएंगे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भी आईपीओ की तैयारी कर रहा है, हालांकि यह अगले साल आ सकता है। अगर NSE का आईपीओ इस साल आया, तो इससे जुटाई गई रकम और बढ़ जाएगी। इसके अलावा, कई छोटी कंपनियां भी अगले तीन महीनों में सूचीबद्ध होने वाली हैं, जिससे 2021 में बने 1.19 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड को तोड़ने की संभावना है।
मनबा फाइनेंस का इश्यू 224 गुना सब्सक्राइब
मनबा फाइनेंस का आईपीओ, जो बुधवार को बंद हुआ, उसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। 151 करोड़ रुपए के लक्ष्य के मुकाबले, इस आईपीओ को 24,000 करोड़ रुपए का सब्सक्रिप्शन मिला। इसे 224 गुना भरा गया, जिसमें हाई नेटवर्थ निवेशकों ने 512 गुना, संस्थागत निवेशकों ने 149 गुना और खुदरा निवेशकों ने 144 गुना निवेश किया।