MP: संगठन जाए चूल्हे में… जीतू यादव के विवाद मामले में अब SIT करेगी जांच, BJP ने छह साल के लिए पार्टी से किया बाहर
संगठन जाए चूल्हे में… जीतू यादव के विवाद मामले में अब SIT करेगी जांच, BJP ने छह साल के लिए पार्टी से किया बाहर
इंदौर में भारतीय जनता पार्टी ने एमआईसी सदस्य जीतू यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई 3 जनवरी को भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हुए हमले के बाद की गई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस घटना को अशोभनीय करार देते हुए कार्रवाई की पुष्टि की।
जीतू यादव का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस ने जीतू यादव के पिछले रिकॉर्ड की जांच की है। रिपोर्ट के मुताबिक, 1999 से 2019 तक जीतू यादव पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 10 मामले परदेशीपुरा थाने और 1 मामला संयोगितागंज थाने में दर्ज है। घटना की गंभीरता को देखते हुए मानवाधिकार आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से तीन सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है।
जीतू यादव को निष्कासित कर दिया
घटना के बाद कमलेश कालरा ने इसकी शिकायत पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएमओ से की थी। पार्टी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जीतू यादव को निष्कासित कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना की निंदा की है।
दरअसल, 3 जनवरी को करीब 40-50 हमलावरों ने पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर तोड़ फोड़ किया था। इस घटना के दौरान कालरा के नाबालिग बेटे के साथ गंभीर दुर्व्यवहार किया गया था। नाबालिग ने पुलिस को दिए बयान में कहा था कि हमलावरों ने गालियां देते हुए उसके साथ मारपीट की, कपड़े खींचे, निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया और अप्राकृतिक कृत्य की धमकी भी दी।
कालरा और यादव के बीच का वायरल ऑडियो
हमलावरों को जीतू यादव का समर्थक बताया जा रहा है। इस विवाद के दौरान जीतू यादव और कमलेश कालरा के बीच की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमें जीतू ने कहा, “संगठन जाए चूल्हे में, मैं अपनी जगह पर और संगठन अपनी जगह पर।
6 आरोपियों को पुलिस ने पहुंचाया जेल
जूनी इंदौर पुलिस ने घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज की मदद से 13 आरोपियों की पहचान की। इनमें से 6 आरोपियों—विनय, नवीन, अरुण उर्फ गोलू, कृष्णा, ललित और पिंटू को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने इन्हें 24 जनवरी तक जेल भेजने का आदेश दिया। हालांकि, अभी तक जीतू यादव के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि अब तक किसी आरोपी ने भी जीतू यादव का नाम नहीं लिया है, लेकिन उनकी भूमिका की जांच जारी है।
सोशल मीडिया पोस्ट ने बढ़ाई गरमाहट
इस विवाद के बीच भाजपा नेता मालिनी गौड़ के पुत्र एक लव्य सिंह गौड़ का सोशल मीडिया पोस्ट चर्चा का विषय बन गया। गौड़ ने अपने पोस्ट में लिखा, “अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है।” इस बयान को जीतू यादव पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल, हमले के शिकार कमलेश कालरा इंदौर के चार नंबर विधानसभा क्षेत्र के पार्षद हैं और गौड़ खेमे से जुड़े माने जाते हैं। घटना के बाद मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव की इंदौर यात्रा के दौरान कमलेश कालरा को उनसे मिलवाया था। सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में गौड़ खेमे ने जीतू यादव के खिलाफ सबूत और उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि से संबंधित काले चिट्ठे मुख्यमंत्री तक पहुंचाए थे।