Madhya Pradesh New chief secretary : 1989 बैच के IAS अधिकारी अनुराग जैन (Anurag Jain ) होंगे मुख्य सचिव

 

Madhya Pradesh New chief secretary

1989 बैच के IAS अधिकारी अनुराग जैन (Anurag Jain ) होंगे मुख्य सचिव

भोपाल – भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी अनुराग जैन ( Anurag Jain ) को सोमवार को मध्यप्रदेश का मुख्य सचिव नामित किया गया। वह 1988 बैच के अधिकारी वीरा राणा का स्थान लेंगे। राणा का कार्यकाल दो बार छह-छह महीने के लिए बढ़ाया गया था। जैन मध्य प्रदेश के 35वें मुख्य सचिव होंगे। राज्य सरकार के जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट के अनुसार वह अगले साल 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1989 बैच के अधिकारी जैन वर्तमान में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात हैं।
जैन अपनी सेवा के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में संयुक्त सचिव के साथ-साथ भोपाल सहित मध्य प्रदेश के कई महत्वपूर्ण जिलों के कलेक्टर भी रह चुके हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव की भूमिका भी निभाई थी। कमल नाथ जब 2019 में मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें राज्य के वित्त विभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया था। जैन दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यकारी अध्यक्ष-प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक और अमेरिका के मैक्सवेल इंस्टीट्यूट से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर किया है।
अनुराग जैन मैक्सवेल स्कूल एम.ए यूएसए की शिक्षा हासिल की थी
अनुराग जैन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बी.टेक. ऑनर्स की पढ़ाई की हैं. वो 1986 बैच में मेरिट के क्रम में दूसरे स्थान पर रहे थे. इसके बाद उन्होंने साल 2005 में मैक्सवेल स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ सिरैक्यूज, यूएसए से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एम.ए. की पढ़ाई पूरी की. जैन एक अच्छे टेनिस खिलाड़ी भी हैं. उन्होंने टेनिस में 11 राष्ट्रीय स्तर के पदक जीते हैं. इसके अलावा उन्होंने क्रिकेट में मध्य प्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया है.
इन जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं अनुराग जैन
अनुराग जैन पहली बार साल 1997 में मंडला के कलेक्टर बने थे. इसके बाद मंदसौर और भोपाल के कलेक्टर बने थे. साल 2005 में मुख्यमंत्री के सचिव रहे. फिर साल 2011 में उन्हें वित्तीय मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाया गया. इसके बाद 2018 में मध्य प्रदेश सरकार के वित्त विभाग में प्रमुख सचिव पद दिया गया.

सहायक कलेक्टर, सागर: 6-6-1990 से 26-8-1991
    एसडीओ, खुरई: 27-8-1991 से 14-10-1992
    एसडीओ, जावरा: 28-10-1992 से 14-7-1993
    अतिरिक्त कलेक्टर, कांकेर: 19-7-1993 से 1-9-1994
    परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, छिंदवाड़ा: 7-9-1994 से 7-1995
    परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, भोपाल: 7-1995 से 6-1996
    परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, दुर्ग: 6-1996 से 7-1997
    कलेक्टर, मंडला: 14-7-1997 से 6-1999
    कलेक्टर, मंदसौर: 22-6-1999 से 10-7-2001
    कलेक्टर, भोपाल: 16-7-2001 से 01-2004
    आयुक्त-सह-निदेशक, म.प्र. पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, जबलपुर: 20-1-2004 से 08-2004
    विदेश प्रशिक्षण पर: 23-8-2004 से 6-2005
    आयुक्त-सह-निदेशक, आईईसी ब्यूरो: 5-7-2005 से 12-9-2005
    आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं: 23-9-2005 से 12-2005
    मुख्यमंत्री के सचिव: 6-12-2005
    सचिव, म.प्र. सरकार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग: 11-6-2007 से 27-6-2011
    संयुक्त सचिव, वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग, नई दिल्ली: 29-6-2011 से 05-01-2015
    संयुक्त सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय, नई दिल्ली: 01-01-2015 से
    प्रमुख सचिव, म.प्र. सरकार, वित्त विभाग: 28-07-2018 से
    विशेष अधिकारी, विशेष आयुक्त (समन्वय), म.प्र. भवन, नई दिल्ली: 28-07-2018 से

 

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