Maldives Parliament Election 2024: मालदीव में संसदीय चुनाव के लिए डाले जा रहे वोट, मतदान से पहले भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे भारत विरोधी राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू
Maldives Parliament Election 2024: मालदीव में संसदीय चुनाव के लिए डाले जा रहे वोट, मतदान से पहले भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे भारत विरोधी राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू
माले। मालदीव के भारत विरोधी राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लिए आज का दिन अहम है। मालदीव की संसद की 93 सीटों के लिए आज वोट पड़ रहे हैं। मालदीव के संसदीय चुनाव में 2.8 लाख से ज्यादा मतदाता अपने प्रतिनिधि चुनेंगे। मालदीव के संसदीय चुनाव के नतीजे 28 अप्रैल को पता चलेंगे। चुनाव से ठीक पहले मोहम्मद मुइज्जू को इसलिए झटका लगा है, क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट लीक हुई है। विपक्ष ने इस रिपोर्ट के लीक होने के बाद जांच की मांग जोर-शोर से की है। लीक रिपोर्ट कहती है कि 2018 में मोहम्मद मुइज्जू के निजी बैंक खाते से लेन-देन में अनियमितता हुई। 10 लेन-देन संदिग्ध थे।
मालदीव की पिछली संसद में मुइज्जू की विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी यानी एमडीपी के पास बहुमत था। एमडीपी के 44 सांसद मालदीव की संसद में थे। इससे राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लिए नए कानून पास कराना मुश्किल हो रहा था। मुइज्जू ने सितंबर 2023 में पीपीएम-पीएनसी गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर मालदीव के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था। मालदीव के संसदीय चुनाव से पहले पता चला था कि वहां के लोगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है। इसके अलावा खराब अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचों का विकास न किया जाना भी मुद्दा है। इन मुद्दों को मुइज्जू की पार्टी किस तरह अपने पक्ष में भुना पाती है, इस पर सभी की नजर है।
भारत विरोधी रुख अपनाने वाले मोहम्मद मुइज्जू चीन के करीबी माने जाते हैं। मोहम्मद मुइज्जू सरकार के मंत्रियों ने भारत और पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसे और इसका खामियाजा ये हुआ है कि मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त कमी हुई है। भारतीय पर्यटकों के मालदीव से किनारा करने के कारण वहां लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ा है। यहां तक कि मालदीव के विपक्षी सांसदों और पर्यटन उद्योग संबंधी एसोसिएशन ने भी भारतीयों से मालदीव की यात्रा पर आने की अपील की थी। मालदीव की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही टिकी हुई है।