ममता कुलकर्णी ने सिर मुंडाने से किया इनकार, छिनी महामंडलेश्वर की पदवी, लक्ष्मीनारायण को भी हटाया
ममता कुलकर्णी ने सिर मुंडाने से किया इनकार, छिनी महामंडलेश्वर की पदवी, लक्ष्मीनारायण को भी हटाया
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने लक्ष्मीनारायण को भी हटाया
प्रयागराज । महाकुंभ में अभी हाल ही में अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था। इसको लेकर भारी विरोध हुआ। कई अखाड़ों के साथ बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने इसका विरोध जताया था। अब महाकुंभ से खबर आ रही है कि किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है।
बताया जा रहा है कि ममता के सिर न मुंडाने पर यह एक्शन लिया गया है। अजय दास ने खुद को किन्नर अखाड़े का संस्थापक बताया है। अजय दास ने कहा कि नए सिरे से अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा। उन्होंने महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को भी किन्नर अखाड़े से निष्कासित कर दिया है, क्योंकि उन्होंने देशद्रोह की आरोपी ममता कुलकर्णी को अखाड़े में शामिल किया था और उनकी जानकारी के बिना ममता को महामंडलेश्वर बना दिया था।
उधर, लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी खुद को संस्थापक बता रहीं हैं। उन्होंने कहा कि अजय को 2017 में अखाड़े से निकाल दिया था। अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से विवाद बढ़ा है। बता दें कि अभिनेत्री ममता कुलकर्णी कुछ दिन पहले महामंडलेश्वर बनी। महाकुंभ में संगम स्नान और पिंड दान के बाद किन्नर अखाड़े की आचार्य डॉक्टर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने ममता का पट्टाभिषेक करते हुए उन्हें नया नाम भी दिया। आचार्य लक्ष्मीनारायण ने इस दौरान कहा था कि ममता हम लोगों से करीब डेढ़ साल से संपर्क में थीं। इससे पहले भी वह जूना अखाड़े में महामंडलेश्वर के साथ थीं। उनके गुरु के ब्रह्मलीन होने के बाद उन्हें दिशा नहीं मिल रही थी। इस पर उन्होंने इच्छा जाहिर की कि वह सनातन से पूर्ण रूप से जुड़ना चाहती हैं।