पारिजात इस पेड़ को लगाने से दूर होती है आर्थिक समस्याएँ

पारिजात इस पेड़ को लगाने से दूर होती है आर्थिक समस्याएँ

UNN: धर्म शास्त्रों में तमाम ऐसे पेड़-पौधों का जिक्र है, जो पूजनीय माने गए हैं। मान्यता है कि, इस पेड़-पौधे और उनके फूल में दैवीय ऊर्जा पाई जाती है। इन पेड़-पौधों के स्पर्श मात्र से ही कई मुसीबतें टल जाती हैं। ऐसे ही करामाती पौधों में से एक है हरसिंगार। जी हां, हरसिंगार को पारिजात के नाम से भी जाना जाता है। इस पौधे को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। नारंगी डंडी और सफेद फूलों से लदे इस पौधे को आपने कई जगहों पर दिखा होगा।
पैसा कमाने के लिए हम खूब मेहनत करते हैं। हालांकि, कई बार कमाया हुआ पैसा टिकता नहीं है। महीने के आखिर में आपको दोस्तों या रिश्तेदारों से आर्थिक मदद लेनी पड़ सकती है। इससे व्यक्ति कर्ज में डूब जाता है या फिर महीने की तनख्वाह पूरी तरह खत्म हो जाती है। इसी वजह से हमें नुकसान होता है। इसके अलावा, हम बहुत मितव्ययी होने की भी कोशिश करते हैं। लेकिन खर्च इतना ज्यादा होता है कि इसके बिना काम नहीं चल सकता। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनसे पैसा हमेशा आपके पास बना रहे।
पारिजात, जिसे ज्यादातर लोग हरसिंगार के नाम से जानते हैं, के फूल को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। पारिजात का फूल आपने कई जगहों पर देखा होगा। ज्योतिषियों के अनुसार जिस घर में पारिजात का पौधा होता है उस घर में लक्ष्मी की सुगंध रहती है। यही नहीं, यदि इस पौधे को घर की सही दिशा में लगाया जाए, तो कई प्रकार की समस्याएं दूर हो सकती हैं। अब सवाल है कि आखिर परिजात को पौधा घर में लगाने से क्या लाभ होगा? अगर आप अपने घर की बालकनी या आंगन में पारिजात का पौधा लगाते हैं, तो इसका आपके जीवन पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
पारिजात का पेड़, एक धार्मिक पेड़ है। पौराणिक मान्यताओं की मानें तो यह पेड़ समुद्र मंथन के दौरान निकला था और इसे वैकुंठ लोक में जा कर लगाया गया था। इस पेड़ को लेकर एक और मान्यता यह है कि इस पेड़ पर स्वंय माता लक्ष्मी और नारायण वास करते हैं। साथ ही इस पेड़ को स्त्री का एक सुंदर स्वरूप भी माना गया है। माना जाता है, कि ये पेड़ शरद के मौसम में और दुर्गा पूजा से पहले फूल देना शुरू करते हैं, जिसे देवी पक्ष कहा जाता है। इसलिए माना जाता है, इस पेड़ और इसके फूलों के साथ दुर्गा देवी की शक्तियां भी होती हैं। साथ ही इन फूलों को भगवान शिव पर भी चढ़ाया जाता है ताकि शिव और शक्ति की साथ में उपासना हो सके।
कब लगाना चाहिए पारिजात का पेड़
पारिजात का पेड़ आप किसी भी शुक्रवार या फिर सोमवार को लगा सकते हैं। ये दोनों दिन ही देवी पक्ष के दिन हैं जिसमें देवियों की पूजा होती है। वैसे, शुक्रवार की शाम को पारिजात का पेड़ लगाना सबसे सही समय और शुभ माना जाता है। ऐसा इसलिए कि ये लक्ष्मी की दिन और समय होता है।
आइए जानते हैं घर में पारिजात का पौधा रखने से क्या फायदे होते हैं।
वास्तु दोष दूर होगा
घर में हरसिंगार/पारिजात का पौधा लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इस पौधे में माता लक्ष्मी का वास माना जाता है। यदि इस पौधे को घर के उत्तर या पूर्व दिशा में लगाया जाए, तो घर से वास्तु दोष दूर होता है। साथ ही इस पौधे के फूल को देखने से जीवन में सुकून आता है। इस पौधे के फूल को देखने के बाद जीवन में शांति मिलती है, मन को बहुत संतुष्टि मिलती है।
घर में रहेगी बरकत
पारिजात का फूल देवी लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। ऐसा कहा जाता है कि इस फूल की सुगंध जहां भी होती है वहां देवी लक्ष्मी रुक जाती हैं। इसलिए पारिजात का पौधा घर में रखने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। ऐसा कहा जाता है कि ऐसे लोग दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करते हैं। साथ ही घर के लोगों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
रोजगार में लाभ
अगर आप नौकरी की तलाश में हैं या फिर आपको नौकरी में मनचाही सफलता नहीं मिल रही है, साथ ही व्यापार में भी सफलता नहीं मिल रही है तो 21 पारिजात के फूलों को लाल कपड़े में बांधकर घर में लक्ष्मी देवी के सामने रखना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से हमारी तरक्की होती है। साथ ही नौकरी के भी अच्छे अवसर मिलते हैं।
रुका हुआ पैसा मिलेगा
इसके अलावा घर में पारिजात का पौधा लगाने से एक और फायदा होता है। आपका पैसा जहां फंसा हुआ है वह भी निकल आता है, साथ ही आप कर्ज मुक्त भी हो सकते हैं। पारिजात पौधे का केवल एक टुकड़ा लाल कपड़े में बांधकर देवी लक्ष्मी के सामने रखना चाहिए। इसके बाद देवी लक्ष्मी और पौधे के टुकड़े की विधि-विधान से पूजा करें, उस पौधे पर हल्दी और कुमकुम लगाएं। ज्योतिषशास्त्र कहता है कि आपको कनकधारा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए, इससे आपको अवश्य लाभ होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Releated

Maha Kumbh Mela 2025 Prayagraj : महाकुंभ मेला संपन्न, रिकॉर्ड 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

Kumbh Mela 2025: महाकुंभ मेला संपन्न, रिकॉर्ड 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी UNN: प्रयागराज में 45 दिनों तक विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक एवं आध्यात्मिक समागम- महाकुंभ 2025, बुधवार को अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के साथ संपन्न हो गया। तेरह जनवरी से प्रारंभ हुए इस मेले में देश विदेश से […]

Ujjain mahakal mandir: महाशिवरात्रि महापर्व 2025 पर होगी सम्पूर्ण रात्रि विशेष पूजन

Ujjain mahakal mandir महाशिवरात्रि महापर्व 2025 पर होगी सम्पूर्ण रात्रि विशेष पूजन श्री महाकालेश्वर मंदिर में हर्षोल्लास से मनाया जायेगा उज्जैन । सनातन धर्म परंपरा में जिस प्रकार शक्ति की आराधना के लिए देवी मंदिरों में नवरात्रि मनाई जाती है, उसी प्रकार उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में शिव नवरात्रि मनाई जाती है। […]