Gulmarg from Srinagar : श्रीनगर में बारिश, गुलमर्ग में बर्फ की चादर
श्रीनगर में बारिश, गुलमर्ग में बर्फ की चादर Gulmarg from Srinagar
श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर में जून माह के शुरुआती दिनों में 40 डिग्री को छू रहा पारा, पिछले तीन दिनों से आंधी-तूफान और बारिश के कारण नीचे आ गया है। शुक्रवार को कश्मीर में कुछ स्थानों पर बारिश के साथ गुलमर्ग सहित अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। जम्मू में भी तेज गर्मी से थोड़ी राहत है। घाटी में मौसम सुहावना बना हुआ है। यहां अधिकांश जिलों में दिन का पारा सामान्य से 6 से 8 डिग्री तक नीचे चला गया है। रात में भी ठंडक कायम है। जम्मू में लगातार दो दिन से दिन का पारा 40 डिग्री से नीचे रहकर शुक्रवार को 38.6 और न्यूनतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू में दिन के साथ तेज गर्मी का अहसास हो रहा है, पर रात में मौसम सुहावना बना है। लेह में न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इस बार हीटवेव 1.5 डिग्री अधिक गर्म
भारत में इस साल मई में अनुभव की गई हीटवेव पहले दर्ज की गई हीटवेव से लगभग 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म रही। यह खुलासा जलवायु वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के एक स्वतंत्र समूह क्लाइमामीटर ने अध्ययन के बाद किया है।शोधकर्ताओं ने लगातार बढ़ते तापमान को लेकर चेताया कि निकट भविष्य में यह मानव के लिए घातक होगी। शोधकर्ताओं ने भारत में मई में अनुभव की गई हीटवेव के तापमान में वृद्धि होने के कारणों का पता लगाने के लिए 1979 से 2001 की तुलना वर्तमान 2001 से 2023 से की। क्लाइमामीटर के विश्लेषकों ने कहा कि मई में भारत में झेली गई तीव्र और लंबी हीटवेव प्राकृतिक रूप से होने वाली अल नीनो घटना और वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की तेजी से बढ़ती सांद्रता का परिणाम थी। फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च के डेविड फरांडा ने कहा कि क्लाइमामीटर के निष्कर्षों से पता चलता है कि जीवाश्म ईंधन के जलने के कारण भारत में हीटवेव असहनीय तापमान सीमा तक पहुंच रही है।