कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुनी गईं सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर कसा तंज
कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुनी गईं सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर कसा तंज
नई दिल्ली । संसद के सेंट्रल हॉल में शनिवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को सर्वसम्मति से कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की नेता चुन लिया गया। बैठक में सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कुछ कहा, इसे बताने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, “साथियों, चुनाव के बाद कांग्रेस संसदीय दल की पहली बैठक में आप सभी सांसदों का मैं स्वागत करता हूं। मैं सभी नव-निर्वाचित सांसदों को जीत की बधाई देता हूं। आप सभी ने इन विपरीत हालात में चुनाव लड़ा और जीते। सत्तापक्ष ने कांग्रेस के खाते बंद कर दिये, कई नेताओं को सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग कर परेशान किया गया। ऐसे में चुनकर आने के लिए विशेष बधाई।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री, कई मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने हमारे मेनिफेस्टो के बारे में झूठ फैलाया। अपने भाषणों से प्रधानमंत्री ने नफरत फैलाने और मतदाताओं को बांटने का काम किया।
उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्षा सोनिया गांधी को उनके बहुमूल्य मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद देता हूं। सीपीपी की अध्यक्षता करते हुए, संसद में और पार्टी अध्यक्ष के रूप पूरे देश में इन्होंने वर्षों हम लोगों का नेतृत्व किया। राहुल गांधी की ऐतिहासिक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ने कांग्रेस के चुनावी अभियान को नयी दिशा और ताकत दी। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।
2024 में किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। भाजपा ने एक व्यक्ति- एक चेहरे के नाम पर वोट मांगा। पर जनादेश उनके खिलाफ रहा। कांग्रेस पार्टी ने शुरुआत से ही संविधान और लोकतंत्र पर खतरा, संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों और मजदूरों की बदहाली तथा गरीबों की दिक्कतों को मुख्य मुद्दा बनाया।
सीपीपी अध्यक्षा, सोनिया के नेतृत्व में हम लगातार इन मुद्दों को संसद में उठाते रहे। बाहर विरोध प्रदर्शन करते रहे। काफी मेहनत हुई, तब ये लोगों के मुद्दे बने। सोनिया गांधी के करिश्माई नेतृत्व, मेहनत और अनुभव की वजह से हमें सहयोगी दलों से अच्छे तालमेल का लाभ मिला। संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न दलों के सांसदों के बीच एक सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बना।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि साथियों, आप सभी को एक महत्वपूर्ण अवसर मिला है। जनता ने आपको देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेजा है। आपके क्षेत्र के लोगों की आपसे बहुत उम्मीदें हैं, जिन पर आपको खरा उतरना है। कांग्रेस पार्टी को जनता ने जो दायित्व दिया है, वो आपको- हमको मिल कर निभाना है।