पश्चिम रेलवे पर मनाया जा रहा है स्वच्छता पखवाड़ा
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ने उमरगाम स्टेशन पर श्रमदान में भाग लिया
Mumbai# भारतीय रेल द्वारा 16 से 30 सितम्बर, 2021 तक और 2 अक्टूबर, 2021 को अपने सभी क्षेत्रों और उत्पादन इकाइयों में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पखवाड़े में रेलवे परिसर की साफ-सफाई में ठोस सुधार सुनिश्चित करने के लिए हरसम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे द्वारा भी विभिन्न स्टेशनों, कार्यालयों और रेलवे परिसरों को साफ सुथरा बनाने और सुशोभित करने के लिए विभिन्न स्वच्छता गतिविधियां शुरू की गई हैं। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने 16 सितम्बर, 2021 को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ने स्वच्छता शपथ दिलाई और पश्चिम रेलवे पर पखवाड़े का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री कंसल ने सभी से अपने कार्यालयों और साथ ही अपने निवास स्थान पर स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए ‘श्रमदान’ करने की अपील की। हाल ही में महाप्रबंधक ने मुंबई मंडल के निरीक्षण के दौरान उमरगाम स्टेशन पर आयोजित श्रमदान कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से भाग लिया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अभियान के पहले पांच दिन स्वच्छता जागरूकता, स्वच्छ स्टेशन और स्वच्छ रेलगाड़ी जैसी संकल्पनाओं पर मनाये गये। इस दौरान स्टेशनों, ट्रेनों, सर्कुलेटिंग एरिया आदि में साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष ध्यान देने के साथ गहन सफाई गतिविधियां सुनिश्चित की जा रही हैं। रेलवे अधिकारियों और पर्यवेक्षकीय कर्मचारियों द्वारा विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण किया जा रहा है। यात्रियों को प्रोत्साहित करने और जागरूकता पैदा करने के लिए स्टेशनों और परिसरों में पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं और साथ ही पीए सिस्टम के माध्यम से जागरूकता के नारे भी प्रसारित किये जा रहे हैं। डिजिटल स्क्रीन पर ऑडियो-विजुअल संदेश भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं। पश्चिम रेलवे के स्टेशनों पर सौर ऊर्जा उपकरण, बॉटल क्रशिंग मशीन, बिजली के उपकरण जैसे पंखे, एलईडी लाइट, एसी यूनिट, साइनेज बोर्ड आदि की गहन सफाई की जा रही है। स्टेशन परिसर में शौचालयों की बेहतर सफाई के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। सफाई कर्मचारियों के लिए सफाई उपकरण और सफाई मशीनों की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। पश्चिम रेलवे के स्टेशनों, वर्कशॉप डिपो, शेड, रेलवे संस्थानों, स्कूलों और कॉलोनियों को कवर करते हुए 23 हजार से अधिक रनिंग मीटर नालों की सफाई की गई है। अब तक 18.93 टन कचरा एकत्र किया जा चुका है, जिसमें 17.9 टन रिसाइकल्ड एवं सूखा कचरा और 1.03 टन प्लास्टिक कचरा शामिल है। विभिन्न रेलवे परिसरों में एहतियाती उपायों के रूप में औषधियों का छिड़काव और एंटी लार्वा स्प्रे किया जा रहा है। 14 स्थानों पर फॉगिंग की गई है, जबकि पश्चिम रेलवे पर अब तक 15 विभिन्न स्थानों से अवांछित मलबा हटाया गया है। अभियान के दौरान अब तक लगभग 300 पेड़ लगाए गए हैं और भविष्य में और पौधे लगाए जाएंगे। सफाई गतिविधियों के अलावा, रेलकर्मियों को स्वच्छता के मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 3 वेबिनार आयोजित किए गए हैं। स्वच्छ ट्रेनों की थीम का पालन करने के लिए मरम्मत के लिए शौचालयों और वॉश बेसिन की जाँच के साथ-साथ ट्रेनों के आंतरिक और बाहरी हिस्से की गहन सफाई की गई है। नलों के पानी के रिसाव में सुधार किया गया है और जैव-शौचालयों की उचित कार्यप्रणाली के लिए पूरी तरह से जाँच की गई है। ट्रेनों के अंदर गलियारों की दीवारों पर लगे आधे फटे स्टिकर हटा दिए गए हैं। साथ ही कूड़े और प्लास्टिक कचरे के उचित और व्यवस्थित निपटान सुनिश्चित किया गया।