Ratan Tata 1937-2024 : रतन टाटा के निधन पर देशभर में शोक की लहर, PM मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया दुख
Ratan Tata 1937-2024
रतन टाटा के निधन पर देशभर में शोक की लहर, PM मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया दुख
राहुल गांधी से लेकर ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली : देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा के निधन से देश में शोक की लहर है। बुधवार देर रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि रतन टाटा एक दूरदर्शी कारोबारी नेता थे, एक दयालु आत्मा और असाधारण इंसान थे। पीएम मोदी ने लिखा है कि उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई।
वहीं रतन टाटा के निधन पर राजनाथ सिंह ने शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि रतन टाटा भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज थे। उनके निधन से दुखी हूं। वहीं उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने रतन टाटा के निधन पर लिखा है- ‘मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। भारत की अर्थव्यवस्था एक ऐतिहासिक छलांग के शिखर पर खड़ी है. और हमारे इस पद पर बने रहने में रतन के जीवन और काम का बहुत योगदान है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोक प्रकट किया
देश के सुप्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन श्री रतन टाटा जी का निधन उद्योग जगत ही नहीं, अपितु समस्त भारतवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है। आज देश ने एक महान उद्योगपति के साथ ही बेहद संवेदनशील, राष्ट्रसेवा एवं मानवता के प्रति सदैव समर्पित शख्सियत को खोया है। उनके जाने से भारत ही नहीं, बल्कि विश्व उद्योग जगत में एक रिक्तता सदैव रहेगी। देश के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने परमधाम में स्थान देंवे, साथ ही शोकाकुल हर व्यक्ति को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति दें।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शोक प्रकट किया
टाटा के निधन पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘रतन टाटा की तरह बहुत कम लोगों ने अपनी दूरदर्शिता और ईमानदारी से इस दुनिया पर ऐसी अमिट छाप छोड़ी है। आज, हमने न केवल एक व्यवसायी दिग्गज को खो दिया है, बल्कि एक सच्चे मानवतावादी को भी खो दिया है, जिनकी विरासत औद्योगिक परिदृश्य से आगे बढ़कर हर उस दिल में बसी है, जिसे उन्होंने छुआ था।’
आनंद महिंद्रा बोले- वर्तमान आर्थिक हालात में उनका मार्गदर्शन और अमूल्य होता…
उद्योग जगत के एक अन्य दिग्गज आनंद महिंद्रा ने भी टाटा के निधन पर शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आज भारत की अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक छलांग लगाने के कगार पर खड़ी है। इस स्थिति में आने में रतन के जीवन और काम का हमारे बहुत बड़ा योगदान है। ऐसे समय में उनका मार्गदर्शन और अमूल्य होता।
नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर जताया दुख
देश के महान सुपुत्र रतन टाटा जी के निधन का समाचार सुन कर स्तब्ध हूं। रतन टाटा जी से तीन दशकों से अधिक का अत्यंत घनिष्ट पारिवारिक संबंध रहा है। इतने बड़े व्यक्ति की सादगी, उनकी सहजता, अपने से छोटे का भी सम्मान करना, ये सारे गुण मैने काफी नज़दीक से देखे और अनुभव किए है। मुझे अपने जीवन में उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। देश के सबसे बड़े व्यावसायी के नाते देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में, रोजगार निर्माण करने में उनका बड़ा योगदान है। वो परम देश भक्त होने के साथ साथ उसुलों पर चलने वाले इन्सान थे। जितने बड़े व्यावसायी थे, उससे भी बड़े संवेदनशील समाजसेवी थे। उनके निधन से भारत ने एक आदर्श और कर्तृत्ववान सुपुत्र को खोया है. ये देश रतन टाटा जी को कभी भूल नही सकता. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।. ॐ शांति.