मध्यप्रदेश : ज़िकित्ज़ा हेल्थ केयर लिमिटेड अब तक कर चुका है 1 करोड़ से अधिक प्रकरणों में लोगों की सेवा
मध्यप्रदेश की जनता की निरंतर सेवा के लिए प्रतिबद्ध ज़िकित्ज़ा हेल्थ केयर लिमिटेड अब तक कर चुका है 1 करोड़ से अधिक प्रकरणों में लोगों की सेवा
• आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता कंपनी ने अब तक 1.05 करोड़ मामलों में की है लोगों की मदद
• सितम्बर 2021 से मार्च 2022 के एक्सटेंशन पीरियड में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर ने की है 13.45 लाख प्रकरणों में लोगों की मदद
• देश में पहला इंटीग्रेटेड रेफरल ट्रांसपोर्ट सिस्टम लागू करने का श्रेय ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड को ही जाता है
Bhopal : एशिया की सबसे बड़ी आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता कंपनी ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड, अक्टूबर 2016 से प्रदेश में 108 एम्बुलेंस, जननी एक्सप्रेस और 104 हेल्पलाइन का सफल संचालन कर रही है। अपने 5.5 सालों के सफ़र में कंपनी ने अब तक 1.05 करोड़ लोगों की निःस्वार्थ सेवा की है, जिसमें से 13.45 लाख लोगों की सेवा कंपनी द्वारा सितंबर 2021 से मार्च 2022 तक के अपने एक्सटेंशन काल में की है।
कंपनी प्रदेश में अपनी इन तीन सेवाओं का सफल संचालन कर रही है और आने वाले समय में भी मध्यप्रदेश के लोगों की उनके ज़रूरत के समय में सहायता करते रहने के लिए समर्पित हैं। फिर चाहे सुदूर गाँव में स्थित मरीज़ की मदद करना हो या कोविड-19 जैसी भयावह महामारी के बीच जनता की सेवा करते हुए अपनी जान जोखिम में डालने की बात हो, 108 एम्बुलेंस की टीम ने हर चिकित्सकीय आपातकाल की स्थिति में मध्यप्रदेश के लोगों को त्वरित और शीघ्र सेवा प्रदान करना ही अपना लक्ष्य माना है।
अक्टूबर 2016 में शुरू हुए अपने कार्यकाल में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर ने अब तक 108 एम्बुलेंस की माध्यम से 37, 11, 379 लोगों की मदद की है वहीं जननी एक्सप्रेस के माध्यम से 63, 61, 691 प्रकरणों में कंपनी ने अपनी सहायता लोगों को प्रदान की है। वहीं 4, 99, 109 मामले टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर – 104 के माध्यम से सुलझाए गए हैं। कंपनी की सेवाओं को सितंबर 2021 से मार्च 2022 तक के लिए बढ़ाया गया, जिस दौरान, कंपनी की 108 एम्बुलेंस ने 4, 19, 157 मामलों में अपनी सेवाएं दी और जननी एक्सप्रेस ने 8, 64, 466 मामलों में मदद प्रदान की। इसी तरह, 104 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से 61, 447 केसेस सुलझाए गए। ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड के मध्यप्रदेश के प्रोजेक्ट हेड श्री जीतेन्द्र शर्मा ने बताया कि, “हमारा मध्यप्रदेश का 5.5 साल का सफ़र बेहद सुगम और यादगार रहा है, और हम इसी तरह मध्यप्रदेश सरकार और लोगों के ज़रूरत के समय में उनके काम आने की आशा रखते हैं। हम राज्य सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने हमारा सतत सहयोग किया। साथ ही हम हमारे प्रत्येक कर्मचारी और वेंडर का भी आभार व्यक्त करना चाहते हैं जिनके बिना यह मुकाम हासिल कर पाना असंभव था।”
किसी भी प्रकार की दुर्घटना के समय लोगों के मन में सबसे पहला विचार 108 एम्बुलेंस बुलाने का आता है, जो की एक 24 घंटे चलने वाली सुविधा है। प्रदेश के कोने-कोने में इस सेवा का निशुल्क संचालन करने के लिए 606 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। इनमें से 51 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं जबकि बाकी एंबुलेंस बैसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली है। कंपनी ने राज्य में आपातकालीन सेवाओं के संचालन के तरीकों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है।
रियल टाइम मॉनिटरिंग सेल
मध्यप्रदेश में अपने कार्यकाल में ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ने भोपाल में एक रियल टाइम मॉनिटरिंग सेल का भी गठन किया है जिसने घटनास्थल पर एम्बुलेंस पहुंचने में लगने वाले समय को कम करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके लिए भोपाल में एक 50-सीट का सेट-अप भी लगाया गया है, जहां से जीपीएस के माध्यम से एम्बुलेंस की निगरानी हो सके।
*गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए विशेष सुविधाएं
ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ने यह पाया कि, जो गर्भवती महिलाएं अपने प्रसव के नज़दीक होती हैं, उन्हें प्रसव शुरू होने के तुरंत बाद अस्पताल ले जाना आवश्यक है, इसीलिए 108 एम्बुलेंस की टीम गर्भवती महिलाओं की अनुमानित डिलीवरी की तारिख का भी रिकॉर्ड रखती है, और उक्त तारिख के पहले उन्हें फ़ोन लगाकर इसकी सूचना देने के साथ-साथ अपनी सुविधाएं प्रदान करने के काम करती है। इसका उद्देश्य है महिलाओं को प्रसव पीड़ा शुरू होने के 30 मिनट के अन्दर निःशुल्क नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाया जाए और
डिलीवरी होने के बाद उन्हें अस्पताल से घर भी लाया जाए।
इसी प्रकार बीमारी से जूझ रहे नवजात शिशुओं को अस्पताल ले जाने और उन्हें उनकी नियमित जांच और टीके लगवाने के लिए भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके लिए कंपनी द्वारा एक न्यू बोर्न केयर यूनिट स्थापित किया गया, जो जननी एक्सप्रेस और 108 एम्बुलेंस के माध्यम से इस परेशानी को दूर करने की कोशीश कर रहा है।
मास कैजुअल्टी इंसिडेंट रिपोर्टिंग
बस पलट जाने या आग जैसी बड़ी घटना के वक्त हर संभव सहायता घटनास्थल पर पहुंचाने के उद्देश्य से मास कैजुअल्टी इंसीडेंट रिपोर्टिंग सिस्टम की शुरूआत की गई जिसके तहत कॉल सेंटर पर आए कुछ चुनिंदा फोन कॉल को मास कैजुअल्टी इंसीडेंट कॉल मार्क किया जाता है। जब एक बार कोई भी कॉल इस श्रेणी में रखा जाता है, तो आसपास के क्षेत्र की सभी एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेज दिया जाता है, जिससे पीड़ितों को आसानी से बाहर निकाला जा सके और नजदीकी अस्पताल में जल्द से जल्द पहुंचाया जा सके। इसके अलावा यह जानकारी आसपास के पुलिस थानों और प्रशासनिक अधिकारियों तक भी पहुंचाई जाती है जिससे कि वह इस प्रकार की घटना पर ध्यान दे सकें। साथ ही जिस अस्पताल में घायलों को ले जाया जाना होता है, उस अस्पताल तक भी संभावित मरीजों की संख्या की जानकारी पहुंचाई जाती है जिससे कि वह उपचार के लिए तैयारियां कर सकें।
कर्मचारियों को रखते हैं आगे
इसके अलावा ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड अपने कर्मचारियों के साथ डटकर खड़े रहने में विश्वास करता है, और इसी के तहत उन्हें और उनके परिवार को कठिनाई के समय हर प्रकार की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। कंपनी अपने कर्मचारियों के योगदान के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करती है। इसमें क्रिकेट लीग और 108 एंबुलेंस कर्मचारियों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम भी शामिल है।
अपने कर्मचारियों के बच्चों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए, कंपनी ने वर्ष 2018 में छात्रवृत्ति कार्यक्रम की शुरुआत की थी और तब से हर साल दसवीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। इसके तहत पूरे प्रदेश से तीन टॉपर चुने जाते हैं जिन्हें 50,000 हजार रूपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है और प्रदेश के प्रत्येक जिले से भी एक-एक टॉपर का चयन किया जाता है। यह कार्यक्रम ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ने कर्मचारियों पर बच्चों की पढ़ाई का आर्थिक बोझ कम करने और उनमें उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू किया था। इसके साथ ही ज़िकित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ‘रियल हीरो’ प्रत्साहन कार्यक्रम का आयोजन भी करती है जिससे कर्मचारियों को यह नेक काम करते रहेंगे की प्रेरणा मिल सके। इसके तहत एंबुलेंस चालक और ईएमटी को प्रशंसा पत्र, ट्रॉफी और आभार स्वरूप नकद राशि देकर पुरस्कृत किया जाता है।