असम में बाढ़ के कारण 107 मौतें, 8.4 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, 1705 गांव जलमग्न
UNN: असम में बाढ़ के कारण एक और व्यक्ति की मौत हो गई वहीं 20 जिलों में 8.4 लाख से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं। एक आधिकारिक बुलेटिन में शनिवार को यह जानकारी दी गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार धेमाजी जिले के गोगामुख राजस्व क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ ही इस वर्ष बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने से संबंधित घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 107 हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बारपेटा, कछार, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, ग्वालपाड़ा, गोलाघाट, हैलाकांडी, जोरहाट, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, करीमगंज, माजुली, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर और दक्षिण सलमारा जिलों में 8,40,000 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें कहा गया है कि कछार सबसे अधिक प्रभावित है, जहां लगभग 1.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद धुबरी (1.27 लाख) और नगांव (88,500) का स्थान है। शुक्रवार तक राज्य के 23 जिलों में 12.33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे। प्रशासन 13 जिलों में 221 राहत शिविर और राहत वितरण केंद्र चला रहा है, जिनमें 72,046 विस्थापित लोग शरण लिए हुए हैं।
एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 1,705 गांव जलमग्न हैं और असम में 39,898.92 हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। बारपेटा, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, ग्वालपाड़ा, कोकराझार, बोंगाईगांव, कछार, चराईदेव, गोलाघाट, मोरीगांव, नगांव और शिवसागर में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। वर्तमान में ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसकी सहायक नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। एएसडीएमए ने कहा कि बराक नदी की सहायक नदी कुशियारा भी करीमगंज शहर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।