श्राद्ध : इन उपायों से दूर होंगे संकट, मिलेगा पितरों का आशीर्वाद
हिन्दू धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि इन दिनों में पितर देवलोक से धरती पर आते हैं और उनके निमित श्राद्ध किए जाते हैं। पितरों के लिए तर्पण से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में इस पक्ष से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताए गए जिन्हें करने से हमारे पितर खुश होते हैं। इनको करने से हमारे स्वयं के मन में शांति और सन्तुष्टि के भाव आते हैं।
दीवार पर तस्वीर लगाएं
कहते हैं घर हो या व्यापार स्थल पितरों की हंसती-मुस्कुराती हुई तस्वीर लगानी चाहिए। प्रयास करके इस तस्वीर को अपने घर या व्यापार स्थान की दक्षिण-पश्चिम की दीवार या कोने में ही लगाएं। इससे पितरों का आर्शीवाद मिलता है।
प्रणाम से करें दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत करते समय सबसे पहले पितरों की तस्वीर को प्रणाम करें। इसके बाद उस पर फूल-माला चढ़ाएं। धूपबत्ती जलाएं और उनका आर्शीवाद लें। ऐसा करने से पीतरों को अच्छा लगता है और वह प्रसन्न होते हैं।
खीर का भोग लगाएं
अगर आप आर्थिक समस्या से परेशान हैं तो इस सर्वपितृ अमावस्या के दिन पितरों को खीर का भोग लगाएं। उन्हें दूध और चावल से बना खीर और पूरी अर्पित करें। यदि भोजन चांदी के बर्तन में परोसा जाए तो ज्यादा शुभ होगा।
दान करें
पितरों को प्रसन्न करने के लिए अधिक से अधिक दान करें। चाहें तो धन या फिर किसी अन्न-वस्त्र इत्यादि जरूरत की वस्तुओं को दान में दे सकते हैं। इससे पितरों को शांति मिलती है और वह प्रसन्न होते हैं।
दूध को करें पीपल में अर्पित
अगर आपका कोई काम नहीं बन रहा है या कोई मनोकामना अधूरी है तो आप पितृ पक्ष पर इसके लिए उपाय कर सकते हैं। इसके तहत आपको सवा पाव कच्चा दूध लेकर नीम, पीपल और बरगद की त्रिवेणी में अर्पित करना होगा। दूध चढ़ाने के बाद वृक्ष की सात बार परिक्रमा करनी होगी। इस दौरान आप ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
जयंती और बरसी मनाएं
पितरों की जयंती और बरसी मनाना कभी भी न भूलें। इस दिन कोई न कोई आयोजन जरूर करें। भले ही छोटा सा करें लेकिन उन्हें याद जरूर करें। साथ ही उनकी याद में खाना और मिठाईयां बांटे। इससे उनकी कृपा सदैव परिवार पर बनी रहती है।