मेरे क्रिकेट करियर में हमेशा परिवार का सपोर्ट रहा -आर अश्विन
नई दिल्ली। अनुभवी भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उस घटना का खुलासा किया है, जब राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें तीसरे टेस्ट के दौरान परिवार में मेडिकल इमरजेंसी के कारण घर वापस जाना पड़ा था। अश्विन को फैमली मेडिकल इमरजेंसी स्थिति के कारण तीसरे टेस्ट मैच में दूसरे दिन के खेल के बाद मैच से हटना पड़ा।
अश्विन ने राजकोट में तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली के रूप में अपना 500वां टेस्ट विकेट लिया था और इस उपलब्धि पर दूसरे सबसे तेज 500 विकेट लिए थे। हालांकि, तीसरे दिन प्लेइंग-11 से बाहर रहने के बाद अश्विन तीसरे टेस्ट के चौथे दिन टीम में फिर से शामिल हो गए।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो ‘द क्रिकेट मंथली’ के साथ एक इंटरव्यू में अश्विन ने इस घटना पर प्रकाश डाला और इसे अपने करियर का सबसे घबराहट वाला क्षण बताया। अश्विन ने कहा कि पूरा परिवार क्रिकेट पर और मेरे करियर को सुविधाजनक बनाने के लिए बना है। यह आसान नहीं है। यह उनके लिए बहुत कठिन रहा है। यह उनके लिए एक बड़ा रोलर-कोस्टर रहा है। मुझे यकीन है कि अधिकांश माता-पिता और परिवार ऐसे ही हैं, लेकिन मेरे माता-पिता का जीवन मेरे क्रिकेट से और भी अधिक जुड़ा हुआ है।