Durex – ड्यूरेक्स ग्लोबल सेक्स सर्वे से हुआ खुलासा, पहली बार सेक्स करने वालों को ज़्यादा
ड्यूरेक्स ग्लोबल सेक्स सर्वे से हुआ खुलासा, पहली बार सेक्स करने वालों को ज़्यादा
यौन संतुष्टि और ज़्यादा कंडोम की होती है ज़रूरत
· अपने पहले यौन अनुभव के लिए कंडोम का उपयोग करने वालों का प्रतिशत भारत में 2006 के बाद एक तिहाई से अधिक बढ़कर हुआ 59%
· वैश्विक स्तर पर भारत में संतुष्टि की सबसे अधिक दर दर्ज की गई। भारत में 76% लोगों का कहना है कि वे शारीरिक रूप से संतुष्ट है, वहीं 73% ने कहा कि वे भावनात्मक रूप से संतुष्ट हैं।
· महिलाओं की तुलना में भारतीय पुरुषों में सेक्स के दौरान लगभग हमेशा या अक्सर चरमसुख का अनुभव करने की संभावना 20% अधिक होती है।
नई दिल्ली : ड्यूरेक्स के ताजा ग्लोबल सेक्स सर्वे के अनुसार, भारत में अपने पहले यौन अनुभव के दौरान कंडोम का उपयोग करने वाले लोगों का प्रतिशत 2006 में 37% से बढ़कर 2024 में 59% हो गया है। ड्यूरेक्स हर साल दुनिया भर में सेक्स के 2 बिलियन मौकों पर मौजूद रहा है 1 इसी के साथ ही पिछले दो दशकों में दुनिया भर में 118,000 से ज़्यादा लोगों ने इसके ग्लोबल सेक्स सर्वे में हिस्सा लिया है। सर्वे के नवीनतम 2024 एडिशन* दुनिया भर के 36 देशों में आयोजित किया गया था।
ड्यूरेक्स अपनी शुरुआत की 95वीं सालगिरह मना रहा है। इस मौके पर हुए दुनिया के इस सबसे व्यापक सेक्सुअल हेल्थ एवं वैलनैस सर्वे के चौथे एडिशन में पता चला कि, कंडोम अभी भी दुनिया का सबसे लोकप्रिय गर्भनिरोधक उपाय बना हुआ है। विशेष रूप से पहली बार सेक्स करने वालों के बीच यह सबसे अधिक लोकप्रिय है। वैश्विक स्तर पर, सर्वे में शामिल 55% लोगों ने अपने पहले यौन अनुभव के दौरान कंडोम का इस्तेमाल किया। यह आंकड़ा 2006 के मुकाबले 34% अधिक है। यह विशेष रूप से इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जो लोग अपने पहले यौन अनुभव के दौरान कंडोम का उपयोग करते हैं, उनके भविष्य में भी इसका उपयोग जारी रखने की संभावना लगभग तीन गुना अधिक होती है। अधिक यौन संतुष्टि सर्वे के ताजा आंकड़ों से पता चला है कि दुनिया भर में यौन संतुष्टि के स्तर में वृद्धि हुई है। सर्वे में शामिल 57% लोगों ने कहा कि वे भावनात्मक रूप से संतुष्ट हैं। वहीं 56% ने कहा कि वे अपने यौन जीवन से शारीरिक रूप से संतुष्ट हैं। यह आंकड़ा 2006 के बाद से भावनात्मक संतुष्टि में 12% और शारीरिक संतुष्टि में 21% की वृद्धि को प्रदर्शित करता है। यौन संतुष्टि की दर विश्व स्तर पर सबसे अधिक भारत में दर्ज की गई है। यहां 76% लोगों का कहना है कि वे शारीरिक रूप से संतुष्ट थे। वहीं सर्वे में शामिल 73% ने भावनात्मक रूप से संतुष्ट होने की जानकारी दी है।
1 रेकिट आंतरिक कंडोम फ़ॉइल उत्पादन डेटा पूर्ण वर्ष 2023 पर आधारित अनुमान
हालाँकि, ड्यूरेक्स के ताजा परिणाम यह भी दिखाते हैं कि पुरुषों में सेक्स के दौरान ‘लगभग हमेशा’ या
‘अक्सर’ ऑर्गेज्म का अनुभव करने की संभावना महिलाओं की तुलना में 20% अधिक होती है। वैश्विक स्तर पर, जो लोग यौन रूप से सक्रिय हैं और दुनिया भर में ड्यूरेक्स का उपयोग करते हैं, वे अपने यौन जीवन से उन लोगों से 25% अधिक संतुष्ट हैं जो इसका उपयोग नहीं करते हैं। दुनिया भर में #1 कंडोम और ल्यूब ब्रांड के रूप में 2 , ड्यूरेक्स यौन सुख देता है, साथ ही यह ज्यादा आजादी देता है। इसी के साथ ही यह सम्मोहन और शक्तिशाली संचार और शिक्षा के जरिए आगे भी लोगों को जागरुक बनाने का प्रयास करता रहेगा। ड्यूरेक्स-ओनर में इंटिमेट वेलनेस ग्लोबल कैटेगरी के डायरेक्टर बेन विल्सन ने कहा, यह देखना उत्साहजनक है कि इस साल के सर्वे में भाग लेने वाले कई देशों में इतने सारे लोग संतोषजनक, संतुष्टिदायक यौन जीवन का आनंद ले रहे हैं. हम जानते हैं कि अंतरंग सेहत हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है, और हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हर किसी का यौन जीवन ऐसा हो जिसके बारेमें वह पॉजिटिव महसूस करें. ड्यूरेक्स 95 सालों से इनोवेशन और कल्चर लीडरशिप में सबसे आगे रहा है, और यह हमारी बस शुरुआत है. इनोवेशन और ग्राहकों की इच्छाओं की लगातार बढ़ती समझ के साथ, अगले 95 साल हमें दुनिया भर में और भी ज्यादा लोगों तक सेक्स का बेहतरीन अनुभव प्रदान करने में मदद करेंगे.इस साल सर्वे के रिजल्ट से पता चला है कि ग्लोबल लेवल पर जो लोग अपने यौन स्वास्थ्य से संतुष्ट हैं, उनका स्वास्थ्य भी बेहतर है, क्योंकि सर्वे में 51 फीसद यौन रूप से संतुष्ट लोग इस बात से सहमत थे कि वे स्वस्थ महसूस करते हैं, 51 फीसदी सहमत थे कि वे ज्यादा कॉन्फिडेंट हैं, और 65 फीसदी सहमत थे कि वे खुश महसूस करते हैं.
वहीं, सर्वे में 54 फीसद लोगों ने इस बात पर सहमति व्यक्त है कि उनका यौन जीवन रोमांचक है, जो यह 2006 में किए गए सर्वे से 11 फीसदी ज्यादा है. 2024 के सर्वे में यह भी सामने आया है कि 2017 की तुलना में सेक्स टॉय खरीदने वाले लोगों की संख्या में 46 फीसदी और ल्यूब का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में भी 6 फीसदी की वृद्धि हुई है. सर्वे के अनुसार भारत में 11 फीसदी लोगों ने कहा कि ‘सेक्सटिंग’ भी उनके साथी के साथ उनके वर्तमान यौन जीवन का एक हिस्सा है. 25-34 वर्ष के लोगों में यह बढ़कर 15 फीसद हो चुका है और गे या लेस्बियन के रूप में पहचाने जाने वालों में यह बढ़कर 16 फीसदी हो गया है.
कहो और गर्व करो
ड्यूरेक्स के ग्लोबल सेक्स सर्वे से यह भी खुलासा हुआ है कि सेक्सुअल डायवर्सिटी के लिए समाज बहुत ज्यादा खुल रहा है, वैश्विक स्तर पर सेम-सेक्स पार्टनर को स्वीकार्य करने वाले उत्तरदाताओं की संख़्या में 2006 के बाद से 34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत में, इनकी संख़्या 13 प्रतिशत बढ़ी है। दुनियाभर में, 18 से 24 आयु वर्ग के 44 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने खुद को पूरी तरह से स्ट्रैट नहीं के रूप में पहचाना है।
2 NIELSENIQ ने 31 दिसंबर 2023 को समाप्त 12 महीने की अवधि के लिए 36 देशों में मूल्य बिक्री पर आधारित है। ड्यूरेक्स बेहतरीन सेक्स के लिए हर जगह, हर किसी का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता के प्रति दृढ़संकल्पित है, और अपने LGBTQ+ उपभोक्ताओं और व्यापक LGBTQ+ समुदाय के सहयोगी के रूप में अपनी भूमिका पर गर्व करता है। ड्यूरेक्स के ब्रांड का उद्देश्य आपको अपने यौन सुख के लिए सुरक्षा और आजादी प्रदान करना है। 2023 में, ब्रिटेन के प्रमुख LGBTQ+ पब्लिकेशन पिंक न्यूज ने ड्यूरेक्स को अपना ब्रांड सहयोगी ऑफ द ईयर नामित किया है, जबकि रेकिट को स्टोनवेल गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया और इसे उसकी 2023 टॉप 100 नियोक्ता सूची में भी स्थान मिला है। पोर्नोग्राफी और प्रयोग का प्रसार पोर्नोग्राफी का प्रचलन लगातार बढ़ रहा है क्योंकि वैश्विक स्तर पर अपने जीवन में कम से कम एक बार पोर्न देखने वाले उत्तरदाताओं की संख्या 2017 के बाद से 15 प्रतिशत बढ़ी है। यह वृद्धि पुरुष और महिला दोनों में देखी गई है। कुल दर्शकों में महिलाओं की संख्या अब 44 प्रतिशत है। वैश्विक स्तर पर, करीब एक तिहाई या 31 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने सेक्सुअल अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सेक्सी अडरवियर पहना, और 31 प्रतिशत ने मूड बनाने के लिए या तो कामुक मसाज दी या ली है, यह इस बात पर प्रकाश डालता है कि लोग अब अपने बेडरूम में अधिक प्रयोग कर रहे हैं। आप सेक्सुअल हेल्थ और कल्याण पर सुझाव, मार्गदश्रन और सलाह ऑनलाइन यहां पा सकते हैं: