Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024: PDP का घोषणा पत्र हुआ जारी आखिर क्या है घोषणा पत्र में जानें..
PDP का घोषणा पत्र हुआ जारी आखिर क्या है घोषणा पत्र में जानें..
Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024
श्रीनगर – जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इसी कड़ी में शनिवार को पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी कर दिया. महबूबा मुफ्ती ने कहा, “हम सुलह और संवाद चाहते हैं. हम चाहते हैं कि एलओसी के आर-पार लोगों से संपर्क हो. हम चाहते हैं कि पीओजेके स्थित शारदा पीठ तीर्थ स्थल तक जाने का रास्ता खोला जाए, ताकि कश्मीरी पंडित वहां जाकर पूजा अर्चना कर सकें.”
उन्होंने कहा, “अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो हम 200 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे. पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे, भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे, संविदा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाएंगे, जेल में बंद लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करेंगे. इसके अलावा मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों को मुफ्त बिजली देंगे. हमारी सरकार जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध हटाने और उनकी संपत्ति वापस करने की कोशिश करेगी. केंद्रीय गृह मंत्री से एलओसी के आर-पार व्यापार फिर से शुरू करने का अनुरोध करेंगे.”
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आर्टिकल 370 जम्मू-कश्मीर और देश के बीच का पुल था, जिसे तोड़ दिया गया. भाजपा सरकार ने अलगाववादियों को जेल में डाला है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनके नेता अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी ने यासीन मलिक, शब्बीर शाह और मीरवाइज फारूक से मुलाकात की थी. जेल में डालना समाधान नहीं है, कश्मीर मुद्दा जीवित है, वरना इंजीनियर राशिद जीत नहीं पाते.‘पीपुल्स एस्पिरेशंस’ शीर्षक वाले घोषणापत्र में ‘अन्यायपूर्ण’ नौकरी समाप्ति के मामलों पर फिर से विचार करने और उनका समाधान करने का भी वादा किया गया है. ‘अन्यायपूर्ण’ नौकरी बर्खास्तगी से आशय आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोपों पर जम्मू-कश्मीर के सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने से है.
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा का चुनाव होना है. राज्य में जिन 24 सीटों पर 18 सितंबर को मतदान होना है, उन सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है. वहीं, 25 सितंबर को दूसरे चरण के तहत मतदान वाली 26 सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 5 सितंबर है. तीसरे चरण के तहत राज्य की जिन 40 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होना है, उन पर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है.
चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं. यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है, जबकि कुल 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है.
कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक वापसी का वादा
कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास के मुद्दे पर पीडीपी के घोषणापत्र में कहा गया है कि यह सुनिश्चित करते हुए कि उनका हमारे समुदाय के सम्मानित सदस्यों के रूप में स्वागत किया जाए। पार्टी कश्मीरी पंडितों की उनकी मातृभूमि में सम्मानजनक वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
घोषणापत्र में लिखा है, “इस मानवीय संकट को समाप्त करने के लिए सभी हितधारकों को साथ लेने के लिए। यह सिर्फ वापसी नहीं है, बल्कि कश्मीर के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सार की बहाली है। भूमिहीन परिवारों के लिए पांच मरला भूमि की केंद्र की योजना के पहले लाभार्थी हैं।
इसमें यह भी कहा गया है कि पार्टी एलओसी के पार एक पूर्ण धार्मिक तीर्थ स्थल के रूप में शारदा पीठ खोलने और प्रचार करने की वकालत करेगी। इस पहल का उद्देश्य लोगों का अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के साथ फिर से जुड़ना है, नियंत्रण रेखा के दोनों किनारों पर समुदायों के बीच अधिक समझ और शांति को बढ़ावा देते हैं।