छगन भुजबल बोले- अजित पवार ने मंत्री नहीं बनने दिया:अब कहते हैं इस्तीफा देकर राज्यसभा जाओ
छगन भुजबल बोले- अजित पवार ने मंत्री नहीं बनने दिया:अब कहते हैं इस्तीफा देकर राज्यसभा जाओ
नई दिल्ली – महाराष्ट्र में बनी नई सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर NCP नेता छगन भुजबल पार्टी लीडर्स से नाराज हैं। सोमवार को उन्होंने डिप्टी सीएम अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल से पूछा कि क्या मैं आपके हाथ का खिलौना हूं। नागपुर में एक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन अजित पवार ने इस पर कोई फैसला नहीं किया। छगन भुजबल ने कहा कि मैंने नासिक से लोकसभा चुनाव लड़ने का सुझाव स्वीकार किया था। जब मैं राज्यसभा में जाना चाहता था, तो मुझे विधानसभा चुनाव लड़वाया। अब 8 दिन पहले मुझे राज्यसभा सीट की पेशकश की गई, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया। उन्होंने तब मेरी बात नहीं सुनी, अब वे मुझे राज्यसभा सीट दे रहे हैं। अगर मैं इस्तीफा दे दूंगा तो मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोग क्या सोचेंगे? क्या मैं आपके हाथों का खिलौना हूं? जब भी आप मुझसे कहेंगे मैं खड़ा हो जाऊंगा, जब भी आप मुझसे कहेंगे मैं बैठ जाऊंगा और चुनाव लड़ूंगा?
भुजबल बोले- मराठा आरक्षण का विरोध किया, इसलिए मंत्री नहीं बनाया भुजबल ने दावा किया कि नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय के आरक्षण की मांग करने वाले मनोज जरांगे का विरोध करने के कारण उन्हें कैबिनेट से बाहर रखा गया। भुजबल ने कहा कि कैबिनेट विस्तार के बाद से उन्होंने NCP प्रमुख अजित पवार से बात नहीं की है। लोकतंत्र में हर किसी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। मैं पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि मुझे मंत्री पद के लिए किसने अस्वीकार किया। मंत्री पद आते-जाते रहते हैं। मगर मुझे खत्म नहीं किया जा सकता। हर पार्टी में निर्णय पार्टी प्रमुख लेते हैं। जैसे देवेंद्र फडणवीस BJP के लिए और एकनाथ शिंदे शिवसेना के लिए, वैसे ही अजित पवार NCP के लिए निर्णय लेते हैं। CM फडणवीस ने जोर दिया था कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना चाहिए। मैंने खुद इसकी पुष्टि की है।