क्या टीके का मुनाफ़ा मुख्यमंत्री तक जाता है या कॉंग्रेस के आला नेताओं तक ? – अनुराग ठाकुर
New Delhi : हाल ही में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने पंजाब सरकार पर कोविद टीकों की कालाबाज़ारी का गंभीर आरोप लगाया. न्यूज़18 इंडिया से ख़ास बातचीत में अनुराग ठाकुर ने कहा की महामारी में भी कॉंग्रेस ने मुनाफ़खोरी का और कालाबाज़ारी करने का काम किया है.
घोटाला कर रही है पंजाब सरकार
अनुराग ठाकुर ने बताया की पंजाब की सरकार ने 400 की वैक्सीन खरीद कर निजी अस्पतालों को दे दी और यही निजी अस्पताल दो वैक्सीन 3120 रुपये में लगा रहे हैं. वही भाजापा की सरकारें मुफ़्त में टीका लगा रही हैं
हालाँकि जब ये खबर पता चली तब पंजाब सरकार ने ये फ़ैसला वापिस ले लिया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा की कोई अगर चोरी करता है तो अगर वो दुकान में समान वापिस कर आए तो क्या चोरी का केस ख़त्म हो जाता है? कोई अगर कत्ल करता है और वो माफी माँग ले तो केस ख़त्म हो जाता है?
“पंजाब सरकार ने सोच समझ कर 80,000 पीस का जो ऑर्डर निकाला तो उसमें कम से कम 2 करोड़ 64 लाख रुपये मुनाफ़ा कमाया. और अगर ये 8 करोड़ वैक्सीन ले जाते तो कितने करोड़ का घोटाला होता? राहुल गाँधी को जवाब देना पड़ेगा की आख़िर ये मुनाफ़ा क्या केवल पंजाब के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव तक जाता था की कॉंग्रेस के आला नेताओं तक आता था.”
कोविद टीके को लेके दुष्प्रचार
अनुराग ठाकुर ने कहा की आपदा के समय में भी कॉंग्रेस अवसर नही खोना चाहती. “इस साल के शुरुआत तक तो विपक्ष के नेता वैक्सीन लगाने के लिए भी तैयार नही थे और बाद में महामारी की समय कहा की वैक्सीन निर्यात हो रही है.”
उन्होने कहा की 45 साल के लोगो को 24 करोड़ वैक्सीन केंद्रीय सरकार ने राज्यों को मुफ़्त दी हैं और साथ ही देश को साल के अंत तक 220 करोड़ वैक्सीन देने का काम जारी है.
“देश की वैक्सीन के खिलाफ एक ऐसे दुष्प्रचार किया की ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को लगता है की वैक्सीन लगवाएँगे तो पता नही क्या हो जाएगा. कॉंग्रेस ने देश के साथ जो ज़्यादती करी है देश इन्हे कभी माफ़ नही करेगा.