Bhopal – इंडस टॉवर्स और एनआईआईटी फाउंडेशन की ‘‘डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन’’ ने 134 लोगों को सम्मानित किया

 

   इंडस टॉवर्स और एनआईआईटी फाउंडेशन की ‘‘डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन’’ (डीटीवी) ने  भोपाल में 134 लोगों को सम्मानित किया

• भोपाल में 134 लाभार्थियों को अपना एक माह का कोर्स पूरा करने के बाद सम्मानित किया गया।

• सोलर पॉवर्ड डीटीवी ग्रामीण और शहरी इलाकों में वंचित समुदायों को डिजिटल शिक्षा व प्रशिक्षण में सर्टिफिकेशन कोर्स प्रदान करती है।

भोपाल – दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक, इंडस टॉवर्स ने भोपाल में 134 लाभार्थियों को डिजिटल शिक्षा में अपना एक माह का कोर्स पूरा करने के बाद सम्मानित किया है। यह कोर्स कंपनी के फ्लैगशिप सीएसआर प्रोग्राम, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन (डीटीवी) के अंतर्गत चलाया जा रहा है। कोर्स पूरा करने वाले लाभार्थियों में 34 लाभार्थियों का बैच केवल महिलाओं के लिए था। एनआईआईटी फाउंडेशन के साथ साझेदारी में चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य भोपाल के ग्रामीण और शहरी इलाकों में डिजिटल शिक्षा बढ़ाना है।
इस कार्यक्रम का आयोजन कल भेल विक्रम हायर सेकंडरी स्कूल, पिपलानी, भोपाल में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, श्री अनुराग लाल,थाना प्रभारी ,पुलिस स्टेशन पिपलानी और सिस्टर लिज़ी थॉमस, डायरेक्टर, उदय सोशल डेवलपमेंट सोसायटी भोपाल (एनजीओ) भी मौजूद थे।
डीटीवी इंडस टॉवर्स के सीएसआर कार्यक्रम – सक्षम के अंतर्गत चलाई गई है। डीटीवी का मुख्य उद्देश्य देश में महिलाओं, युवाओं और विविध सामाजिक समूहों में डिजिटल अंतर को दूर करना और डिजिटल साक्षरता बढ़ाना है। 21 सीट की इस सौर ऊर्जा से चलने वाली वैन में इंटरनेट, अत्याधुनिक कंप्यूटर्स, प्रिंटर्स, सॉफ्टवेयर और ई-लर्निंग टूल्स की व्यवस्था है। इसमें लाईव मॉनिटरिंग के साथ डोरस्टेप डिजिटल शिक्षा प्रदान की जाती है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत बेसिक आईटी और डिजिटल जागरुकता कार्यक्रमों के लिए सर्टिफिकेशन कोर्स चलाए गए। इस कार्यक्रम में वीडियो के माध्यम से शिक्षा और केंद्रित सामूहिक वार्ताओं जैसे विभिन्न माध्यमों से समुदायों के लिए साक्षरता एवं जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम से इस साल 20,000 लाभार्थियों तक शिक्षा का विस्तार होने का अनुमान है।
डीटीवी प्रोग्राम की सफलता के बारे में आशीष मित्रा, सर्किल सीईओ, एमपीसीजी, इंडस टॉवर्स ने कहा, ‘‘इंडस टॉवर्स में हमारा डीटीवी प्रोग्राम सशक्तिकरण का प्रतीक है, जो भोपाल के समुदायों तक पहुँचकर उन्हें आवश्यक डिजिटल कौशल प्रदान कर रहा है। हमें गर्व है कि महिलाएं भी इसमें सक्रिय हिस्सा ले रही हैं, जिससे समावेशिता और लैंगिक समानता की हमारी प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। सर्टिफाईड कौशल और ज्ञान के साथ हर लाभार्थी का सफर इस प्रोग्राम के प्रभाव पर जोर देता है। एनआईआईटी फाउंडेशन के साथ सहयोग करके हम भारत के डिजिटल साक्षरता लक्ष्यों के अनुरूप काम कर रहे हैं, और एक उज्जवल एवं ज्यादा कनेक्टेड भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। हम न केवल टेक्नोलॉजिकल प्रगति, बल्कि शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति की भी खुशी मनाते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि सभी लोग, खासकर महिलाएं आज के डिजिटल परिदृश्य में विकास कर सकें।’’
एनआईआईटी फाउंडेशन की कंट्री डायरेक्टर, मिस चारु कपूर ने कहा, ‘‘ग्रामीण इलाकों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देकर इस अभियान का उद्देश्य एक समावेशी और बेहतर भविष्य की ओर सफर में तेजी लाना है। डीटीवी अभियान सीधे समुदायों तक इंटरैक्टिव लर्निंग का अनुभव पहुँचाकर कौशल की कमी को दूर करता है और सभी के लिए शिक्षा की एक समान उपलब्धता सुनिश्चित करता है।’’
2018 में लॉन्च की गई डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन भारत सरकार के नेशनल डिजिटल लिटरेसी मिशन (एनडीएलएम) के अनुरूप है, जो लोगों को डिजिटल युग में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करके समावेशी विकास सुनिश्चित करती है। वर्तमान में डीटीवी भोपाल (मध्य प्रदेश), देहरादून (उत्तराखंड), दिल्ली, और सूरजपुर (छत्तीसगढ़) के विभिन्न समुदायों/गाँवों को सशक्त बना रही है। इस प्रोग्राम द्वारा 12 वर्ष से अधिक उम्र के विविध पृष्ठभूमि के लोगों को डिजिटल साक्षरता प्रदान की जाती है। इनमें स्कूल के बच्चे, महिलाएं, सेल्फ-हैल्प समूह, गृहणियाँ, कंपनियों में काम करने वाले एंट्री-लेवल के कर्मचारी, किसान और व्यस्क शामिल हैं।

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