भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा – देश में निष्पक्ष चुनाव आयोग हो

State Press Club, M.P. : भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा – देश में निष्पक्ष चुनाव आयोग हो

वन नेशन वन इलेक्शन से धन और समय दोनों की बचत होती हैं – महापौर पुष्यमित्र भार्गव

स्टेट प्रेस क्लब म. प्र. द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव के समापन दिवस पर मीडिया शिक्षा, और स्वास्थ्य मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ -साथ भारतीय राजनीति पर भी बैबाकी के साथ बातचीत हुई।

इंदौर। स्टेट प्रेस क्लब म. प्र. द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव के समापन दिवस पर भी मीडिया शिक्षा, और स्वास्थ्य मे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ -साथ भारतीय राजनीति पर भी बैबाकी के साथ बातचीत हुई। महोत्सव में देशभर से आए मीडियाकर्मियों, सोशल इन्फलूयंसर ने मंच पर उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं राज्यसभा सांसद,टीवी पत्रकार अमृतासिंह, प्रेस क्लब आफ इंडिया के अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित कई बडी हस्तियों से सवाल – जवाब भी किये। महोत्सव में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का पत्रकारिता कॉलेज सहित निजी यूनिवर्सिटी के शोधार्थी छात्र -छात्राओ की भी सक्रिय भागीदारी भी रही।
पहले सत्र के मुख्य वक्ता पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में एक ऐसा निष्पक्ष चुनाव आयोग बनना चाहिए, जो ईमानदारी के साथ कार्य कर सकें। वर्तमान में जो चुनाव आयोग हैं उसकी भूमिका एक राजनीतिक दल का तरह होकर रह गई हैं, जो जनता के बजाय सरकार के प्रति अधिक जवाबदेह है। इस चुनाव आयोग ने लोक तंत्र पर कब्जा कर रखा है, जो विपक्षी दलों की लगातार अनसुना कर रहा हैं। विपक्षी दलों से बात करने के लिए आयोग के पास समय नहीं हैं। कभी मतदाता सूची में हजारों मतदाताओं के नाम कट जाते हैं, तो कभी हजारों के नाम जुड भी जाते हैं। संविधान के नियमों का पालन नहीं कर रहा चुनाव आयोग।


श्री सिंह ने कहा कि चुनाव के दोरान प्रयुक्त होने वाली ईवीएम मशीन पर मेरा विश्वास नहीं हैं। और मैं ईवीएम मशीनों से चुनाव कराने के पक्ष में भी नहीं हूं। देश में चुनाव मतपत्र और मतपेटियों के द्वारा होना चाहिए।कई देशों में चुनाव इसी तरीक़े से हो रहे हैं। यहां तक कि अमेरिका की ट्रम्प सरकार भी ईवीएम के पक्ष में नहीं हैं। यहीं बात एलन मस्क , तुलसी ने भी कही।
श्री सिंह ने कहा कि मेरे तीन सवाल हैं। 1) जिसे मैं चाहूं, वोट उसी को मिल रहा या नहीं
2) जहां मैंने वोट दिया वह रजिस्टर्ड हो रहा या नही
3) मेरे वोट की 100 प्रतिशत गिनती हो रही हैं या नही।

श्री सिंह ने कहा कि ईवीएम मशीन को मेन्युपुलैट भी किया जा सकता हैं। वीवीपैट से भी पता नहीं चलता कि वोट किसे मिला हैं। ईवीएम में डाला गया साफ्टवेयर का संपर्क किससे हैं, इसकी जानकारी भी सबको नहीं होती है। इसलिए बेहतर यहीं हैं कि ईवीएम, विविपैड के बजाय मत पत्र से मतदान कराये। सिंह ने आगे कहा देश के हालात के साथ अंदरुनी खबर मिल जाती थी।
11 साल में जो हाल हुआ है वहीं पत्रकारों का हुआ ,जिसे आप समझ सकते हैं। किस मानसिकता के साथ, प्रेस के साथ व्यवहार किया जा रहा है।
सांप्रदायिक सदभाव रखने में कितनी गालियां पड़ती है, क्या क्या कहा है। आज देश में और राजनीतिक परिदृश्य में सभी तरह की आलोचना सहने की क्षमता होनी चाहिए। जब नटवर सिंह रिटायर हुए तो इंदिराजी से कहा मैं सूटबूट छोड़कर खादी पहनने लगा हु। वर्ष 2011 में सोशल मीडिया पर रजिस्टर्ड किया। तब से बिना भय के अपनी बात कहता हूं। पहले पत्रकारों से अभिन्न संबंध थे। अमृताजी तो घर में ही पत्रकार आ गई। अब तो निंदक नियरे साथ में रहती हैंँ मेरे हर एक्स पर उनका विश्लेषण होता है वो हिंदी में, अंग्रेजी में पढ़ा हूं। मुझे उनकी आलोचना सहना पड़ती है। इस देश में आज जो हालात हैं, 1947 में संविधान के लिये चर्चा हुई तो गांधीजी ने एक ही बात कही जिस समूह ने वर्षो भेदभाव सहा है उसमें से किसी को बनाना चाहिए तब बाबा साहब अंबेडकर का नाम सामने आया। उनसे ज्यादा शिक्षित, काबिल, भेदभाव का शिकार रहे उन्हें अध्यक्ष चुना। संसद ने एकमत से स्वीकार किया। उस समय लोकतंत्र और एक तंत्र का विकल्प था। एक तंत्र यानी वन नेशन, वन इलेक्शन, वन विचारधारा। उन्होंने सभी वर्गों को अधिकार की बात कही।
अखंड भारत के नक्शे में वो देश भी आ जाते हैं जो अभी भारत में नहीं है। अभी विभिन्न राज्यों के कारण अनेकता में एकता है। वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करने वाले एक कानून का पालन क्यों नहीं करते। वक्फ बोर्ड में भेदभाव झलकता है। विभिन्न ट्रस्टों में अन्य जाति का नहीं हो सकता तो मुसलमानों के ट्रस्ट में गैर मुसलमान कैसे हो सकता है।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि स्कूल कमजोर होता है तो स्टूडेंट भी कमजोर हो जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के
एक काम की मैं हमेशा प्रशंसा करता हूं, 74वें संशोधन में नगरीय निकाय पंचायत राज के लिये । एआई तब तक ही काम करता है जब तक उसमें आर्टिफिशियल डॉटा ही डाला जाए। एआई उन देशों की प्लॉनिंग है जो दुनिया के हर आदमी पर नजर रखना चाहते हैं। इसी कारण डॉटा चोरी हो रहा है। एआई से घबराए नहीं ,उसके सदुपयोग से अपने विचार को मजबूती से रख सकते हैं। भारत दुनिया का ऐसा लोकतांत्रिक देश है, जिसकी जनसंख्या अधिक है। चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम कर रहा है और वह इलेक्ट्रानिक मशीन को लेकर समय -समय पर जवाब देता है। हमें सिस्टम पर विश्वास करना होगा।अपने कार्यकर्ता, कैडर पर विश्वास करना होगा। सिस्टम पर विश्वास नहीं रखेंगे तो कई सारे प्रश्न खड़े होंगे। उन्होंने एक देश एक चुनाव के समर्थन मे कहा कि देश में पूर्व प्रधानमंत्री पं. नेहरु के रहने तक अलग अलग चुनाव होते रहे।पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी वन नेशन-वन इलेक्शन की बात कही थी। इसी विषय पर राष्ट्पति रहे रामनाथ कोविंद ने भी एक रिपोर्ट पेश की थी और वह कानून जेपीसी को भेजा है। वन नेशन वन इलेक्शन से देश का पैसा, वक्त, सभी बचेगा। अलग – अलग चुनाव पर साढे छह लाख करोड़ रुपये खर्चा हुए। एक साथ चुनाव पर मात्र डेढ़ लाख करोड़ ही खर्चा होते है । पैसे से अधिक समय भी बचता।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Releated

pahalgam terror attack : पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शख्स का आखिरी वीडियो वायरल

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शख्स का आखिरी वीडियो वायरल पहलगाम आतंकवादी हमले के विरोध में कश्मीर के सभी प्राइवेट स्कूल आज (बुधवार, 23 अप्रैल 2025) बंद रहेंगे सऊदी अरब से भारत के लिए रवाना हुए PM नरेंद्र मोदी पहलगाम हमले पर बॉलीवुड में गुस्सा और गम, अक्षय-संजय ने बताई हैवानियत, […]

Pahalgam Attack के बीच Air India का बड़ा फैसला, श्रीनगर से दो अतिरिक्त उड़ानें संचालित करेगी

Pahalgam Attack के बीच Air India का बड़ा फैसला, श्रीनगर से दो अतिरिक्त उड़ानें संचालित करेगी दोनों उड़ानों का विवरण श्रीनगर से दिल्ली – सुबह 11:30 बजे श्रीनगर से मुंबई – दोपहर 12:00 बजे New Delhi :  एयर इंडिया ने बुधवार को घोषणा की कि वह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले […]