indore: रफी साहब की याद मे सजी संगीत संध्या, “मेरी आवाज सुनो” गीत पर श्रोताओ के छलके ऑसू
रफी साहब की याद मे सजी संगीत संध्या, “मेरी आवाज सुनो” गीत पर श्रोताओ के छलके ऑसू
संस्था “हम साथ साथ है म्यूजिकल ग्रुप” और “संगम संगीत परिवार इंदौर” रफी साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर
इंदौर – संगीत प्रेमियों की नगरी इंदौर के प्रीतम लाल दुआ सभागृह में संस्था “हम साथ साथ है म्यूजिकल ग्रुप” और “संगम संगीत परिवार इंदौर” रफी साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर एक स्वरांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य स्वर श्रीहरिदर्शन सिंह, हेमंत सिंह चौहान, अरविंद सिंह भदोरिया, हर्षलता सिंह ,ज्योति श्रोत्रिय, राजेश सोनी, हितेंद्र चौहान ,प्रवीण जाधव ,निर्मल शिंदे,सुरेश अहिरवार एवं प्रदीप जैन ने रफी साहब के गीतो को गाकर उन्हें नमन किया।इस अवसर पर श्रीमती शीतल सिसौदिया,अध्यक्ष , मालवा सुर संगम एवं सांस्कृतिक सोसाइटी उज्जैन को संस्कृति एवं संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तम सिंह वालिया जबकि विशेष अतिथि श्री दिलीप सिंह परमार, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी केन्द्रीय संचार ब्यूरो,श्री राजन अग्रवाल,अधीक्षण अभियंता CPWD,श्री नीरज मीणा अधीक्षण अभियंता CPWD और श्री सोनपाल शर्मा कार्यपालक अभियंता CPWD थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री हरि दर्शन सिंह के भजन “सुख के सब साथी” से हुआ। उसके बाद हेमंत सिंह चौहान द्वारा “आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज ना दे” ,मेरी आवाज सुनो,दिल का सूना साज तराना ढूंढेगा, अरविंद सिंह भदोरिया द्वारा तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम ……. सहित कुल 35 गीतों की प्रस्तुतिया हुई। कुछ गीतो के गायन मे तो कुछ क्षण ऐसा लगा मानो रफी साहब स्वयं प्रीतमलाल दुआ सभागृह के मंच से अपनी सुमधुर आवाज की खुशबू बिखेर रहे हो। रफीमय माहोल ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया और पूरे समय हाल दर्शकों से पटा रहा। एक और जहाॅ किशोर सिंह पवार की मंच सज्जा श्रोताओं को लुभा रही थी तो वही साउंड की मीठी आवाज कानो मे सुकुन दे रही थी। कार्यक्रम का संतुलित और सटीक संचालन श्रीमति कामना जैन ने किया।