पश्चिम रेलवे के प्रमुख मापदंडों के कार्य निष्पादन की प्रगति की महाप्रबंधक द्वारा समीक्षा
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने विभिन्न क्षेत्रों में पश्चिम रेलवे के शानदार प्रदर्शन की सराहना की
Mumbai: पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने 7 जुलाई, 2021 को मुंबई के चर्चगेट स्थित पश्चिम रेलवे के प्रधान कार्यालय के संवाद कक्ष में आयोजित कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। कंसल ने जून, 2021 को समाप्त तिमाही के लिए विभिन्न प्रमुख मानकों के आधार पर सभी मंडलों के कार्य-निष्पादन प्रगति का जायजा लिया। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक में सुरक्षा, समयपालनता, माल ढुलाई, आधारभूत परियोजनाओं, राजस्व बढ़ाने और लागत कम करने के प्रयासों तथा दक्षता में सुधार के लिए की गई पहलों इत्यादि से सम्बंधित प्रमुख मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। कॉर्पोरेट लक्ष्यों और उपायों को प्राप्त करने के लिए भविष्य में उठाये जाने वाले कदमों एवं निर्धारित लक्ष्यों पर विचार-विमर्श के साथ मापदंडों की स्थिति पर रिपोर्ट और उसे आगे बढ़ाने के सम्बंध में विस्तार से चर्चा की गई। लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्य योजना सहित पिछले वर्ष की उपलब्धियों के अलावा वर्तमान उपलब्धियों को दर्शाने वाले प्रेजेंटेशनों के साथ प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों द्वारा सम्बंधित जानकारी दी गई।
ठाकुर ने बताया कि बैठक के प्रारम्भ में महाप्रबंधक कंसल ने विभिन्न क्षेत्रों में पश्चिम रेलवे के शानदार प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने 2021-22 (जून तक) के दौरान पश्चिम रेलवे के मेल/एक्सप्रेस (एमएसपीसी) ट्रेनों के समयपालनता निष्पादन की सराहना की, जो रेलवे बोर्ड के 90 प्रतिशत के लक्ष्य से काफी अधिक 98.26 प्रतिशत रहा। उन्होंने यह भी बताया कि पश्चिम रेलवे ने पिछले तीन महीनों में 20.20 मिलियन टन लदान हासिल किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में हासिल किये गये लदान से 43 प्रतिशत अधिक है। महाप्रबंधक ने माल ढुलाई राजस्व बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और अधिक सम्भावित ग्राहकों तक पहुॅंचने के लिए मंडलों को अपने विपणन प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया। मंडलों के बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को चैंबर ऑफ कॉमर्स, ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज, राज्य सरकार के अधिकारियों और एजेंट आदि के साथ नियमित बैठकें आयोजित कर सक्रिय बातचीत करने और सम्भावित ग्राहकों की मैपिंग और नए ट्रैफिक को आकर्षित करने का कार्य सौंपा गया है। उन्होंने मंडल रेल प्रबंधकों को माल ढुलाई टर्मिनलों के अपग्रेडेशन के साथ- साथ गुड्स शेड को नए यातायात की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित करने के भी निर्देश दिये। इसके साथ ही श्री कंसल ने विभिन्न स्कीमों का संचालन करने के लिए CAPEX की दैनिक आधार पर निगरानी करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने ‘अधिक कमाएँ और अधिक बचाएँ’ के आदर्श वाक्य के साथ विवेकपूर्ण तरीके से खर्च करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि कोचिंग सेगमेंट से राजस्व में हालांकि काफी गिरावट आई है, परंतु यह राजस्व धीरे-धीरे लगातार बढ़ रहा है। महाप्रबंधक ने स्टेशनों के साथ-साथ रेल परिसरों के रखरखाव और सफाई पर भी ज़ोर दिया तथा सफाई व्यवस्था में कमियों की जाॅंच के लिए नियमित सफाई अभियान चलाने और उन्हें दूर करने के लिए उपयुक्त कार्य योजना शुरू करने के निर्देश दिये। श्री कंसल ने शून्य मृत्यु दर सुनिश्चित करने के मिशन को बरकरार रखने और इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए। अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई, जिनमें संरक्षा सम्बंधी कार्यों में तेजी लाने जैसे कि आरओबी/आरयूबी का निर्माण, मानवयुक्त समपारों को हटाने और समपारों के डायवर्जन या सीधे बंद करने जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पुराने सड़क निचले पुलों में जल-जमाव की समस्या पर भी पर्याप्त ध्यान देने की ज़रूरत है। इस सम्बंध में भविष्य में होने वाले निर्माण में इनबिल्ट ड्रेनेज बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने नई लाइनों के निर्माण, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण, विद्युतीकरण आदि से सम्बंधित चल रहे ढांचागत और उन्नयन कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की और इन परियोजनाओं को निर्धारित लक्ष्यों के भीतर तेजी से पूरा करने पर जोर दिया। श्री कंसल ने भारी वर्षा के दौरान भी यात्रियों के लिए सुगम और परेशानी मुक्त आवागमन सुनिश्चित करने के लिए मुंबई उपनगरीय खंड में मानसून की तैयारी के शेष कार्यों का जायजा भी लिया। इस बैठक में पश्चिम रेलवे के अपर महाप्रबंधक, प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष, पश्चिम रेलवे के सभी छह मंडलों के मंडल रेल प्रबंधक और वरिष्ठ रेलवे अधिकारी शामिल हुए।