पश्चिम बंगाल राज्य की गणतंत्र दिवस परेड में नेताजी की झांकी का उपयोग करेगा
कोलकाता। नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड के लिए केंद्र द्वारा पश्चिम बंगाल की झांकी को खारिज किए जाने के बाद, राज्य सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उनकी आईएनए की 125वीं जयंती पर उनके योगदान की स्मृति में झांकी को राज्य गणतंत्र दिवस कार्यक्रम रेड रोड पर प्रदर्शित करने का फैसला किया है। कोविड-19 महामारी की स्थिति के कारण राज्य का कार्यक्रम 30 मिनट की अवधि का होगा। राज्य के गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, राज्य के गणतंत्र दिवस समारोह में नेताजी प्रमुख विषय होने जा रहे हैं। साथ ही भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना और कोलकाता पुलिस की झांकी भी दिखाई जाएगी। समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल होंगी।
केंद्र की ओर से झांकी को नकारे जाने पर पिछले कुछ दिनों से सियासी बहस छिड़ी हुई है। आगामी गणतंत्र दिवस परेड से बंगाल सरकार की प्रस्तावित झांकी को केंद्र द्वारा अस्वीकार किए जाने पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा, जिसमें उनसे निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
यह पहली बार नहीं है, बल्कि ऐसे कई उदाहरण हैं, जब केंद्र झांकी को खारिज कर चुका है। साल 2020 में ‘कन्याश्री’ परियोजना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा डिजाइन की गई झांकी – छात्राओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री की एक पालतू परियोजना को केंद्र द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था।