द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ, भाजपा को पूरे भारत में जनजातीय वोट हासिल करने की उम्मीद
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में जनजातीय महिला द्रौपदी मुर्मू को मैदान में उतारकर भाजपा अगले संसदीय चुनाव से पहले समुदाय में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। पार्टी इस साल के गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भी अपना समर्थन हासिल करने की उम्मीद कर रही है। भाजपा ने 21 जून को झारखंड के पूर्व राज्यपाल मुर्मू को एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह ऐलान किया। नड्डा ने उनके नाम की घोषणा करते हुए कहा था, “20 नामों पर विस्तृत चर्चा हुई और देश के पूर्वी हिस्से से उम्मीदवार रखने का निर्णय लिया गया। यह भी चर्चा हुई कि जनजातीय समुदाय के किसी व्यक्ति को भारत का राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए। चर्चा के बाद संसदीय बोर्ड ने द्रौपदी मुर्मू को अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करने का फैसला किया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि संदेश स्पष्ट है कि समाज के सभी वर्गों के बीच पैठ बनाने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व ने देश भर के जनजातीय समुदायों के बीच पैठ बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में नामित करने के फैसले से आगामी चुनावों में पार्टी को फायदा होगा, जिसमें विधानसभा चुनाव और 2024 के संसदीय चुनाव शामिल हैं।”