US Election 2024: कमला हैरिस (Kamala Harris) को जिताने अमरीका के हिंदू संगठन ने किया समर्थन
कमला हैरिस को जिताने अमरीका के हिंदू संगठन ने किया समर्थन
वाशिंगटन । अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए राष्ट्रपति पद का नामांकन स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही अब वे आधिकारिक तौर पर अमेरिका की किसी प्रमुख पार्टी के टिकट पर चुनाव लडऩे वाली भारतीय और अफ्रीकी मूल की पहली महिला बन गई हैं। नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डॉनल्ड ट्रंप से मुकाबला करेंगी। अगर वह चुनाव जीतती है तो वह अमरीका की पहली महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी।
डीएनसी में कमला हैरिस के मंच पर पहुंचते ही हजारों समर्थक उनके पक्ष में नारे लगाने लगे। इस मौके पर उन्होंने अपनी मां श्यामला गोपालन हैरिस को याद करते हुए कहा, मेरी मां ने मुझे सिखाया कि अन्याय की शिकायत करने की बजाय कुछ करें। उन्होंने ही हमें सिखाया कि कभी भी कोई काम आधा-अधूरा न करें। नस्लवाद की ओर इशारा करते हुए हैरिस ने कहा कि मैंने देखा कि दुनिया कभी-कभी मेरी मां से कैसा व्यवहार करती थी, लेकिन मेरी मां ने कभी अपना संयम नहीं खोया।
हैरिस ने कहा इस चुनाव के साथ ही हमारे देश के पास अतीत की कड़वाहट, निराशावाद और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढऩे का एक अनमोल अवसर है। हैरिस का समर्थन करने के लिए अमरीका के कुछ हिंदू संगठनों ने मिलकर ‘हिंदू फॉर कमला हैरिस’ समूह बनाया है। समूह का मानना है कि हैरिस भारत, अमरीका और दुनिया के लिए अच्छी नेता साबित होंगी।
बता दें कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन का जन्म और पालन-पोषण चेन्नई में हुआ। 19 साल की उम्र में 1958 में स्तन कैंसर के इलाज के लिए अमरीका चली गई थीं। यहीं आगे की पढ़ाई की। बर्कले विवि में उनकी मुलाकात हैरिस के पिता डोनाल्ड हैरिस से हुई, जिनसे उन्होंने 1963 में शादी कर ली। हैरिस से उनकी दो बेटियों कमला और माया का जन्म हुआ। 1971 में डोनाल्ड ने श्यामला से तलाक ले लिया। 2009 में कोलन कैंसर से श्यामला की मौत हो गई। वह बेटी को कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल, सीनेटर या उपराष्ट्रपति बनते नहीं देख पाई। लेकिन कमला हैरिस ने अपनी यात्रा के पीछे अपनी मां को प्रेरक शक्ति बताया।