मध्य प्रदेश : दूसरी तिमाही में शक्ति पंप्स का शुद्ध लाभ 36 प्रतिशत बढ़ा
• सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही में राजस्व83% बढ़कर 369.77 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान तिमाही के दौरान 201.74 करोड़ रुपये थी।
• Q2 FY22 के लिए शुद्ध राजस्व 369.77 करोड़ रुपये, Q1FY21 में 157.56 करोड़ रुपये की तुलना में, QoQ आधार पर 135% की वृद्धि
इंदौर : शक्ति पम्पस (इंडिया) लिमिटेड ने बिक्री में लगातार वृद्धि के साथ सितंबर 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही में प्रभावशाली परिणाम दर्ज किया है। शक्ति पम्पस ने 30 सितंबर, 2021 को समाप्त तिमाही पर 369.77 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध राजस्व दर्ज किया, जबकि Q1FY21 में यह 157.56 करोड़ रुपये था। इसका अर्थ 135% फीसदी की खासी बढ़ोतरी होता है। शक्ति पंप्स इंडिया लिमिटेड का Q2FY22 समेकित PAT 30 सितंबर, 2021 को समाप्त अवधि के लिए 20.78 करोड़ रुपये रहा, जबकि 30 जून, 2021 को समाप्त अवधि के लिए 7.29 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ में 1.85 गुना की वृद्धि दर्ज की गई। शक्ति पंप्स इंडिया लिमिटेड का Q2FY22 समेकित PAT 30 सितंबर, 2021 को समाप्त अवधि के लिए 20.78 करोड़ रुपये रहा, जबकि 30 जून, 2021 को समाप्त अवधि के लिए 7.29 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ था, इस तरह 1.85 गुना की वृद्धि दर्ज की गई। परिणामों पर टिप्पणी करते हुए शक्ति पम्पस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री दिनेश पाटीदारने कहा – “हमें खुशी है कि हम चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपने लक्षित विकास को जारी रखने में सफल हुए हैं, क्योंकि व्यावसायिक परिस्थितियाँ अनुकूल हो रही हैं। वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही का यह परिणाम, निश्चित रूप से उत्साहजनक है।कृषि क्षेत्र सौर ऊर्जा की तरफ तेज़ी से स्थानांतरित हो रहा है। कई राज्य सरकारों और केंद्र सरकार की (कुसुम) योजना ने मुख्य रूप से सौर पंपों के पक्ष में जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। इस बढ़ी हुई जागरूकता के साथ-साथ खरीद प्रोत्साहन में आसानी ने हमारे घरेलू सौर पंप बाजार को बढ़ाया है और पिछले कुछ वर्षों से पंपों की मांग जारी है।
पाटीदार ने आगे कहा – “शक्ति पंप देश में सौर पंपों की समग्र स्थापना में अग्रणी है। हम केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए 50,000 और राज्यों द्वारा 6500 सौर पंपों में से 20,000 पहले ही स्थापित कर चुके हैं। हम अभी भी सरकार की कुसुम योजना की विशाल क्षमता का लाभ उठाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। योजना के दूसरे चरण में 400,000 पम्पस लगने का लक्ष्य है, जिनमें से हमारी योजना लगभग 100,000 पंप स्थापित करने की है।“