MP: आक्सीजन की आत्म निर्भरता बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फ़ैसला

 

मंत्री सिलावट ने लगातार मुख्यमंत्री के समक्ष रखी थी माँग
सरकार देगी ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण पर वित्तीय सहायता

इंदौर : मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में वर्तमान में उपलब्ध आक्सीजन क्षमता में वृद्धि हेतु बड़ा फ़ैसला लिया है। मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बताया है कि आक्सीजन निर्माण के लिए नवीन निवेश को आकर्षित और प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग संवर्द्धन नीति के तहत विशेष वित्तीय सहायता प्रदान करने का नीतिगत निर्णय हो गया है। उन्होंने इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि गत 28 अप्रैल को मंत्री श्री सिलावट ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष यह बात और माँग रखी थी कि निजी अस्पतालों में आक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए आक्सीजन प्लांट के निर्माण को प्रोत्साहन दिया जाए। उन्होंने इस संबंध में निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक भी की थी। मंत्री श्री सिलावट ने बताया है कि इस संबंध में शासन द्वारा नीतिगत निर्णय लेते हुए सभी कलेक्टरों को सूचित भी कर दिया गया है। प्रदेश में पात्र इकाई जिनकी उत्पादन क्षमता न्यूनतम 10 क्यूबिक मीटर प्रति घंटा ऑक्सीजन उत्पादन की होगी, को यंत्र एवं संयंत्र तथा भवन (भूमि एवं रिहायशी इलाकों को छोड़कर) में किये गये पूंजी निवेश पर 50 प्रतिशत की स्थिर दर से मूल निवेश प्रोत्साहन सहायता देय होगी। उक्त सहायता की अधिकतम सीमा 75 करोड़ रूपये होगी। पात्र इकाईयों को प्रचलित विद्युत टेरिफ पर एक रूपये प्रति यूनिट की छूट दी जायेगी। उक्त छूट एमपीईआरसी द्वारा दी जा रही छूट, यदि कोई हो, के अतिरिक्त एक रूपये प्रति यूनिट होगी। इसकी प्रतिपूर्ति एमएसएमई या एमपीआईडीसी द्वारा पात्र इकाईयों को की जायेगी। इस सुविधा का लाभ वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ दिनांक से 3 वर्ष की अवधि के लिये प्राप्त हो सकेगा। प्रदेश में मेडिकल ऑक्सीजन की उत्पादकता बढ़ाने के लिये अपने जिले में स्थित ऑक्सीजन उत्पादक इकाईयों, ऑक्सीजन उपकरण निर्माता इकाईयों, बड़े निजी अस्पतालों एवं इच्छुक उद्यमियों को मेडिकल ऑक्सीजन की उत्पादक इकाईयाँ स्थापित करने के लिये आह्वान किया गया है, ताकि जल्दी से यह प्लांट स्थापित हो सकें और कोरोना के उपचार में लगने वाली आक्सीजन की प्रचुर उपलब्धता सुनिश्चित हो सके.

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