मुगलों पर भड़के महामंडलेश्वर यतिंद्रानंद गिरी, कहा- वो भूखे और लुटेरे थे
मुगलों पर भड़के महामंडलेश्वर यतिंद्रानंद गिरी, कहा- वो भूखे और लुटेरे थे
नई दिल्ली: मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कब्र हटाने को लेकर नेताओं के बाद अब संतों के बयान भी आने शुरू हो गए हैं। संभल में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यतिंद्रानंद गिरि ने बड़ा दिया है। उन्होंने कहा कि मुगल जिस देश से आए थे, उनकी कब्र को वहीं पटक देना चाहिए। मुगल केवल लुटेरे थे, उनके पास खाने को रोटी तक नहीं थी।
इस समय महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर भारी विवाद चल रहा है। तमाम हिंदू संगठन औरंगजेब की कब्र को उखाड़ फेंकने की मांग कर रहे हैं। वहीं इससे एक कदम आगे विश्व हिंदू परिषद (VHP) से जुड़े लोग दिल्ली में हुमायूं के मकबरे तक पहुंच गए हैं। सोमवार को महामंडलेश्वर यतिंद्रानंद गिरि ने कहा कि इस्लाम में मजार और कब्र बनाने का कोई प्रावधान नहीं है। यतिंद्रानंद गिरि संभल में BJP नेता कपिल सिंघल के आवास पर पहुंचे थे। वहीं उन्होंने औरंगजेब और मुगलों पर जमकर बयानबाजी की है।
‘इस्लाम में कब्र का प्रावधान नहीं’
महामंडलेश्वर यतिंद्रानंद गिरि ने कहा कि इस्लाम को थोड़ा-बहुत हमने भी पढ़ा और जाना है। इस्लाम में पक्की मजार बनाना और उसपर छत डालने का भी कोई प्रावधान नहीं है। मुर्दा दफन होता है और इस्लाम कहता है कि दफन करने के बाद उसपर मिट्टी डालनी चाहिए। स्थाई कब्र बनी रहे, ऐसा इस्लाम में नहीं है। इस्लाम को मानने वाले लोग अगर इस तरह का काम करते हैं तो वह कहीं ना कहीं इस्लाम का ही खंडन करते हैं।
‘लुटेरों का गुणगान उचित नहीं’
उन्होंने मुगलों को लेकर कहा कि मुगल इस देश के नहीं थे, वह एक लुटेरे और भुक्कड़ थे। खाने को रोटी उनके पास नहीं थी आज भी वह जिन देशों से आए अगर वह देश समृद्ध होते, तो वहां कि संस्कृति दिखाई देती। आज भी वहां कुछ नहीं दिखाई देता। वो भारत को लूटने आए थे और ऐसे लुटेरों का गुणगान करना, उनकी कब्र या मजार बनाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि मुगल जिस देश से आए थे उनकी कब्र को वहीं पटक देना चाहिए।