Artificial Intelligence (AI) : AI VS Human – ह्युमन इंटेलिजेंस से और बढ़ेगी इंसानियत : मनीष सिसौदिया
Artificial Intelligence (AI) : AI VS Human – ह्युमन इंटेलिजेंस से और बढ़ेगी इंसानियत : मनीष सिसौदिया
Indore : Madhya Pradesh – स्टेट प्रेस क्लब म. प्र का तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव का दूसरा दिन
इंदौर । आज हाथों से किये जाना वाला कार्य को मशीनों ने ले लिया, मस्तिष्क से की जाने वाली गणना कैलकुलेटर और कंप्यूटर ने ले ली और अब बुद्धि का कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कर रही है, ऐसे में यह जरूरी है कि हम एक ऐसी भाषा विकसित करे जिससे इंसान के साथ इंसान जी सके और यह सब होगा ह्यूमन इंटेलिजेंस से।
यह बात दिल्ली की केजरीवाल सरकार में शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया ने स्टेट प्रेस क्लब म. प्र. द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव मे कही।वे एआई युग में शिक्षा विषय पर मुख्य वक्ता बतोर उपस्थित थे। सिसोदिया ने अपने एक घंटे के धाराप्रवाह संबोधन में एआई और ह्युमन इंटेलिजेंस को बार – बार रेखांकित करते हुए कहा कि जब सभी तरह के शारारिक और मानसिक कार्य मशीन और एआई कर रही है तो फिर अभिभावक वर्ग अपने बच्चों को शिक्षा संस्थानों में क्यों भेजें? जिन बच्चो ने अभी बोलना भी नही सीखा वे मोबाइल की स्क्रीन से खेल रहे है।आजकल के बच्चे किसी प्रश्न का उत्तर अभिभावक से पूछने के बजाय गूगल से पूछ रहे है अब तो चैट जीपीटी 4.5 आ गया है जिसके पास कई सवालों के जवाब है?
सेज यूनिवरसिटी के डॉ. अंकुर सक्सेना रेनसा यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. स्वप्निल कोठारी,एसजीएसआईटी की प्रो. डॉ .उर्जिता ने ,एमाईटी यूनिवर्सिटी जयपुर की विभागाध्यक्ष जयति शर्मा ,एसजीएसआईटीएस की प्रोफेसर डॉ. वंदन तिवारी , जीएसआईटीएस के प्रों. सुरेन्द्र गुप्ता ,अमेरिकन काउंसलेट मुंबई के प्रवक्ता ग्रेग पार्डो, मीडिया एडवाइजर अर्पणा नायक ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
अतिथि स्वागत स्टेट प्रेस क्लब म प्र. के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल, आकाश चोकसे, सोनाली यादव ने किया। कार्यक्रम का संचालन आलोक वाजपेई ने किया।
दूसरे सत्र में सप्तऋषि प्रादेशिक सम्मान समारोह के अंतर्गत मध्यप्रदेश में आत्मनिर्भर पत्रकारिता करने वाले 11 मिडियाकर्मियों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि प्रेस क्लब आॅफ इंडिया के अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी माखनलाल चतुवेर्दी यूनिवरसिटी के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी और पिंपडी चिंचवड यूनिवर्सिटी के गिरीश देसाई थे।