Mock Drills : मॉक ड्रिल के दौरान सायरन की आवाज के साथ कई शहरों में ब्लैकआउट
सायरन बजते ही ब्लैक आउट : 12 मिनट अंधरे में रहा
हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुदार्बाद के नारे लगाए
पुलिस ने वाहनों को रोक-रोककर लाइट बंद कराई
डेंटल कॉलेज-रेसीडेंसी में मॉक ड्रिल, आग में फंसे लोगों को बाहर निकाला
इंदौर । operation sindoor और केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर इंदौर में मॉक ड्रिल के तहत शाम 7.30 बजते ही पूरा शहर अंधेरे में डूब गया। वहीं 12 से 15 मिनट के बाद लोगों ने घरों, दुकानों और वाहनों की लाइट आॅन कर दी। पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस-प्रशासन ने ड्रोन कैमरे से वीडियो भी बनाए। इससे पहले शाम 7.30 बजे पुलिस ने वाहनों को रोक-रोककर लाइट बंद कराई। शहर के प्रमुख मार्गों और कॉलोनियों की लाइट शाम से ही चालू नहीं की गई थी। लोगों ने घर के अंदर रहकर ही घरों की बिजली बंद कर दी। अस्पताल परिसर, होटल, मॉल की बिजली भी बंद रही। गफलत में कुछ लोग लाइट बंद करने करने के लिए बिजलीकर्मियों के भरोसे रहे जबकि घरों की लाइट लोगों को खुद को ही करना थी। शाम 7:30 से अधिक समय होने पर जब लाइट बंद नहीं हुई तो लोगों ने खुद ही लाइट बंद का समर्थन किया।
कई जगह सायरन की आवाज नहीं आई
मॉकड्रील की तरहत शाम 7:30 बजे सायरन के साथ ही बिजली बंद करने थी लेकिन इंदौर की कई कालोनियों तक सायरन की आवाज नहीं सुनाई दी जिसके चलते लाइट भी बंद नहीं हो पाई।
हालांकि कई लोगों ने अंधेरे की वीडियो रिकॉर्डिंग करने के लिए अपने मोबाइल चालू किए। राजवाड़ा पर पुलिस ने लोगों को ऐसा करने से भी रोका। राजवाड़ा सहित कई इलाकों में लोगों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुदार्बाद के नारे लगाए।
पुलिस कमिश्नर संतोषकुमार सिंह ने कहा बिल्डिंग में आग लगने के बाद कैसे रेस्क्यू किया जाता है इसके बारे में डेंटल कॉलेज में प्रैक्टिस की गई। घायलों को निकालकर कैसे अस्पताल तक पहुंचाएं। इसके बाद पूरी बिल्डिंग को चैक किया गया, वहां से चार आतंकियों को भी पकड़ा है। सभी टीमों से रिपोर्ट भी ली गई।
कलेक्टर आशीषसिंह ने बताया कि ब्लैक आउट के दौरान भी इसी तरह की मॉकड्रिल की जाएगी। यदि सरकार से दोबारा मॉक ड्रिल करने के निर्देश आते हैं तो दोबारा भी करेंगे। मॉक ड्रिल के दौरान संभागायुक्त दीपकसिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा, सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। रेसीडेंसी में रेस्क्यू की मॉनिटरिंग ड्रोन कैमरे से की गई। पूरे घटनाक्रम की रिकॉर्डिंग भी की। कलेक्टर आशीषसिंह ने अफसरों को वीडियो कॉल करके मॉक ड्रिल की जानकारी दी और लाइव स्थिति भी बताई। उनके साथ पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह और निगमायुक्त शिवम वर्मा भी थे। डेंटल कॉलेज परिसर को आग लगने के रेस्क्यू के चलते खाली कराया गया। पहले स्टूडेंट फिर स्टाफ को बाहर निकाला।