चाइल्डहुड ट्रॉमा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आधारित है “साइलेंट स्क्रीम” की कहानी

 

चाइल्डहुड ट्रॉमा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आधारित है साइलेंट स्क्रीम’ की कहानी

शहर के डॉक्टर्स की फिल्म ने बटोरे नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड, चाइल्डहुड ट्रॉमा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आधारित है साइलेंट स्क्रीम’ की कहानी

इंदौर :  एक खुबसूरत बचपन, बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण है, बावजूद इसके हर एक बच्चे को सुनहरी यादों वाला बचपन नहीं मिल पाता l इस पर भी हालात ये हैं कि अमूमन हमारी सोसाइटी इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाहती या कहें नजरंदाज कर देती है, लेकिन इस बार शहर के दो युवा डॉक्टर्स ने अपनी फिल्म के माध्यम से न सिर्फ इसी मुद्दे पर खुलकर बात की बल्कि अलग अलग कैटेगरी मे कई नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड अपने नाम कर लिए l प्रेस कंफ्रेंस मे फिल्म ‘साइलेंट स्क्रीम’ के मेकर्स, राइटर्स और एक्टर्स डॉ. सुजय तिवारी और डॉ. चिरंजीव शेट्टी ने बताया कि चाइल्ड एब्यूज पर बनी इस फिल्म की कहानी के केंद्र मे एक ऐसा बच्चा है, जिसके छोटे भाई से उसका ही चाचा यौन शोषण करता है, और यह घटना उसका भाई खुद देख लेता है l जब वह घबराकर शोर मचाता है तो चाचा भागता है और उसे पकड़ने की भागम भाग मे छोटा भाई फिसलकर चोटिल हो जाता है और उसकी मौत हो जाती है l अपनी आँखों के सामने हुए इस हादसे का दोषी बड़ा भाई खुद को मानने लगता है l यह घटना बच्चे के मानसिक स्थिति को किस तरह डिस्टर्ब करती है और कैसे उसके दोस्त उसे इस स्थिति से बाहर लाते है , यह कहानी मे बताया है । संवेदनशील मुद्दे पर बनी इस शॉर्ट फ़िल्म को एस्पिरिन एंटर्टेन्मेंट और इमेजरी पिक्चरस ने मिल कर बनाया है । इसे कुशाग्र शिंदे ने डायरेक्ट किया है । फ़िल्म में डॉ. सुजय तिवारी , ओम् धाकरे रक्षा कुमावत, सनी खन्ना ने अभिनय किया है । संगीत ओम् धाकरे और सिनमटोग्रफ़ी रिशि खरे ने किया है । फ़िल्म ने बेस्ट फ़िल्म क्रिटिक चॉइस अवार्ड, कल्ट क्रिटिक अवार्ड ( कोलकाता ) और बेस्ट सिनेमेटोग्राफ़ी कैटेगरी मे पेरिस सिनेमा अवॉर्ड जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार अपने नाम किये है l वो कहते हैं कि मै मेंटल स्ट्रेस और पीटीएसडी यानी पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर पर कहानी लिखना चाहते थे। जैसे-जैसे चीजें आगे बढ़ीं हमने पाया कि चाइल्डहुड ट्रॉमा बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। ये कैसी विडम्बना है कि NCRB की 2018 की रिपोर्ट के अनुसार हमारे देश में प्रतिदिन 110 बच्चे यौन शोषण का शिकार होते हैं । इसके बारे में कोई खुलकर बात नहीं करता है । डिस्टर्ब चाइल्डहुड और चाइल्डहुड ट्रॉमा एक बच्चे को ही नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है l फ़िल्म कल से ओटीटी प्लेटफार्म हंगामा प्ले , एयरटेल एक्सट्रीम , वी मूवी पर उपलब्ध रहेगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Releated

‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान चलाएगी AAP, पद से इस्तीफा नहीं देंगे दिल्ली CM

  ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान चलाएगी AAP, पद से इस्तीफा नहीं देंगे दिल्ली CM नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने रविवार को हुई बैठक में फैसला किया कि AAP ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान चलाएगी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्पाद शुल्क नीति […]

ED के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे अरविंद केजरीवाल, समन को बताया गैरकानूनी

  नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। केजरीवाल ने ईडी के सभी समन को गैरकानूनी बताया है। बता दें कि ईडी ने केजरीवाल को नौवां समन जारी कर 4 मार्च (सोमवार) को पूछताछ के लिए पेश होने को […]